जम्मू-कश्मीर में महबूबा मुफ्ती के नेतृत्व में चल रही पीडीपी-बीजेपी सरकार तब गिर गई जब मंगलवार को बीजेपी के वरिष्ठ नेता राम माधव ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर समर्थन वापसी का ऐलान कर दिया। राम माधव ने महबूबा मुफ्ती और पीडीपी पर असफलताओं का ठीकरा फोड़ा था। तो वहीं, समर्थन वापसी के तुरंत बाद महबूबा मुफ्ती ने सीएम पद से अपना इस्तीफा दे दिया था और कहा था कि उन्होंने कहा था कि वो अपने एजेंडे में कामयाब रहीं। अब सरकार गिरने के बाद जम्मू-कश्मीर में गवर्नर रूल लगा दिया गया है। दूसरी ओर, सरकार गिरने के बाद नैशनल कांफ्रेस नेता और जम्मू-कश्मीर के पूर्व सीएम उमर अब्दुल्ला ने बीजेपी पर निशाना साधा है।
उन्होंने कहा कि विधानसभा भंग कर राज्य में जल्द से जल्द चुनाव कराए जाने चाहिए। बीजेपी खरीदफरोख्त नहीं करेगी, पूर्व डिप्टी सीएम के बयान से तो नहीं लगता है। जबकि उमर अब्दुल्ला ने उन खबरों पर कहा कि गृह मंत्री राजनाथ सिंह को इसकी जानकारी नहीं थी, अगर ये सच है तो इसमें कोई बड़ी बात नहीं है। बता दें कि शाह और डोभाल के बीच मुलाकात के बाद ऐसे संकेत मिलने लगे थे कि बीजेपी जम्मू कश्मीर को लेकर कोई बड़ा फैसला ले सकती है।
सीएम उमर अब्दुल्ला ने बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा है कि बीजेपी सरकार बनाने के लिए दूसरे दलों को तोड़कर नंबर जुटाने का प्रयास कर सकती है और इसके संकेत पूर्व डिप्टी सीएम कविंद्र गुप्ता ने भी दिए हैं। कविंद्र गुप्ता के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए अब्दुल्ला ने पूछा कि किस चीज पर काम कर रही है बीजेपी? दूसरे दलों को तोड़कर आंकड़े जुटाने के अलावा क्या विकल्प है।