प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मंगलवार को मुंबई दौरे पर हैं। देश में 1975 में लागू की गई इमरजेंसी के 43 साल होने पर बोलते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कांग्रेस और नेहरू-गांधी परिवार को निशाने पर लिया है। पीएम मोदी ने पार्टी के आपातकाल के विरोध में भाजपा के काला दिवस कार्यक्रम में कार्यकर्ताओं को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि कोई ये समझने की गलती ना करे कि हम सिर्फ देश में आपातकाल लगाने वाली कांग्रेस सरकार की आलोचना करने के लिए काले दिन का स्मरण करते हैं। हम देश की वर्तमान और भावी पीढ़ी को जागरूक करना चाहते हैं, लोकतंत्र के प्रति हमारी प्रतिबद्धता को सजग रखने के लिए इसको याद करते हैं ।
उन्होंने कहा कि संविधान का कैसे दुरुपयोग किया जा सकता है। संविधान का एक परिवार के लिए किस प्रकार से हथकंडे के रूप में उपयोग किया जाता है, शायद ही आपातकाल जैसा कोई उदाहरण कहीं मिल सकता है। आपातकाल के समय न्यायपालिका को भयभीत कर दिया था, जो लोकतंत्र के प्रति समर्पित थे उनको मुसीबत झेलने के लिए मजबूर कर दिया गया था और जो लोग एक परिवार के पक्ष में थे उनकी पांचों उंगलियां घी में थी।
पीएम ने कहा कि देश ने कभी सोचा तक नहीं था कि सत्ता सुख के मोह में और परिवार भक्ति के पागलपन में, लोकतंत्र और संविधान की बड़ी-बड़ी बातें करने वाले लोग हिंदुस्तान को जेलखाना बना देंगे। उन्होंने कहा कि इतिहास के स्वर्णिम पन्नों पर ये जो काला धब्बा लगा है उसके माध्यम से इस पाप को करने वाली कांग्रेस पार्टी और उस वक्त की सरकार की आलोचना करने के लिए हम काला दिन नहीं मनाते हैं।
किशोर कुमार का किया जिक्र
पीएम मोदी ने कहा कि आपातकाल में नेताओं को तो जेलों में डाला ही गया, कलाकारों को भी नहीं छोड़ा गया। किशोर कुमार ने कांग्रेस के लिए नहीं बोला तो उनके गाने तक रेडियो पर नहीं बजने दिए गए। मोदी ने कहा किलोकतंत्र के प्रति आस्था को मजबूत करने के लिए हमें आपातकाल के इस काले दिन को भूलना नहीं चाहिए और भूलने देना भी नहीं चाहिए।
कुर्सी जाती देख चिल्लाती है कांग्रेस
नरेंद्र मोदी ने कहा कि कोई ये समझने की गलती ना करे कि हम सिर्फ देश में आपातकाल लगाने वाली कांग्रेस सरकार की आलोचना करने के लिए काले दिन का स्मरण करते हैं। हम देश की वर्तमान और भावी पीढ़ी को जागरूक करना चाहते हैं, हम लोकतंत्र के प्रति हमारी प्रतिबद्धता को सज्ज रखने के लिए इसका स्मरण करते हैं। जब-जब कांग्रेस पार्टी को और खासकर एक परिवार को अपनी कुर्सी जाने का संकट महसूस हुआ है तो उन्होंने चिल्लाना शुरू किया है कि देश संकट से गुजर रहा है, देश में भय का माहौल है और देश तबाह हो जाने वाला है और इसे सिर्फ हम ही बचा सकते हैं।
आपातकाल के समय न्यायपालिका को डराया:
मोदी नरेंद्र मोदी ने कहा है कि आपातकाल के समय न्यायपालिका को भयभीत कर दिया था, जो लोकतंत्र के प्रति समर्पित थे उनको मुसीबत झेलने के लिए मजबूर कर दिया गया था और जो लोग एक परिवार के पक्ष में थे उनकी पांचों उंगलियां घी में थी। कांग्रेस को लेकर मोदी ने कहा कि जिस पार्टी के अंदर लोकतंत्र ना हो उनसे लोकतंत्र के प्रति प्रतिबद्धता की अपेक्षा नहीं की जा सकती है। जिन्होनें देश के संविधान को कुचल डाला हो, देश के लोकतंत्र को कैदखाने में बंद कर दिया हो, वो आज भय फैला रहे हैं कि मोदी संविधान को खत्म कर देगा।