सोने को एक पवित्र धातु माना गया है । सोने का उपयोग न केवल ज्वेलरी मे होता आया है बल्कि एक लाभदायक निवेश के लिए भी किया जाता है । वैदिक ज्योतिष के अनुसार सोने पर बृहस्पति ग्रह का प्रभाव होता है। सोना पहनने से बृहस्पति ग्रह प्रसन्न होते हैं। बृहस्पति के शुभ गुणों का अपने भीतर समावेश करने के लिए सोना पहनने की सलाह दी जाती है।
सोना पहनने के लाभ
- सोना एक गर्म तासीर वाली धातु है। इसे धारण करने वाले में भरपूर एनर्जी रहती है।
- सोने को घर में रखते समय उसे लाल या पीले रेशमी कपड़े में लपेटकर रखें। इससे भाग्य भी चमकता है और बरकत बनी रहती है।
जिन लोगों में एकाग्रता की कमी हो उन्हें तर्जनी अंगुली में सोने की अंगूठी पहनना चाहिए। जिनमें आत्मविश्वास की कमी हो वे मध्यमा में और जिन्हें श्वांस संबंधी बीमारियों में कनिष्ठिका अंगुली में सोना पहनना चाहिए।
सोना पहनने से दांपत्य जीवन सुखी….
- जो स्त्रियां गर्भधारण करने में असमर्थ हों उन्हें अनामिका अंगुली में सोना पहनना चाहिए।
- गले में पेंडेंट या नेकलेस के रूप में सोना पहनने से दांपत्य जीवन सुखी, खुशहाल रहता है। इसीलिए स्त्रियों को मंगलसूत्र के रूप में गले में काले मोती के साथ स्वर्ण पहनाया जाता है।
- महिलाओं के लिए सोना पहनना अत्यंत शुभ होता है। इससे वे अपनी भावनाएं खुलकर व्यक्त कर पाती हैं।
- जन्मकुंडली में यदि जल तत्व वाले ग्रहों की प्रधानता हो तो सोना पहनने से वह संतुलित होता है।
- स्वर्ण को आंतरिक खुशी देने वाली धातु कहा गया है स्वर्ण को आंतरिक खुशी देने वाली धातु कहा गया है। इससे पहनने से मन में खुशी महसूस होती है।
- स्वर्ण आभूषण पहनने से नकारात्मक ऊर्जा दूर रहती है। इसे पहनने वाले के शरीर में सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह बढ़ता है।
- स्वर्ण में आध्यात्मिक ऊर्जा बढ़ाने की शक्ति होती है। इसे पहनने से बृहस्पति का प्रभाव बढ़ता है और जो लोग आध्यात्मिक उन्न्ति चाहते हैं वे उस पथ पर चल पड़ते हैं।
- स्वर्ण से आध्यात्मिक लाभ प्राप्त करने के लिए स्त्रियां इसे बाएं हाथ में पहनें और पुरुष दाहिने हाथ में।
- मेष, कर्क, सिंह, और धनु राशि वालों के लिए स्वर्ण बहुत लाभदायक होता है। वृश्चिक और मीन राशि वालों को मिलाजुला असर होता है। वृषभ, मिथुन, कन्या और कुंभ के लिए सोना पहनना दिक्कतभरा हो सकता है। तुला और मकर राशि वालों को सोना पहनने से बचना चाहिए।
सोना कब नहीं पहनना चाहिए - जिन लोगों को पेट के रोग हों या मोटापे की समस्या हो उन्हें सोना नहीं पहनना चाहिए। जिन लोगों को गुस्सा आता हो वे भी सोना न पहनें। यदि जन्म कुंडली में गुरु खराब स्थिति में हो तो भी सोना नहीं पहनें।
- लोहा, कोयला, बिल्डिंग मटेरियल या शनि से संबंधित बिजनेस करने वालों को सोना पहनने से बचना चाहिए।
- बुजुर्ग महिलाओं और गर्भवती स्त्रियों को सोना नहीं पहनना चाहिए।
- शास्त्रों में कमर के नीचे के अंग में स्वर्ण धारण करना प्रतिबंधित है, कई महिलाएं पायल के रूप में सोना पहन लेती हैं जो गलत है। इससे समृद्धि में कमी आती है। स्वर्ण लक्ष्मी का प्रतीक है इसलिए कमर के नीचे पहनने से उनका अपमान होता है।
- तिजोरी में स्वर्ण के साथ अन्य कोई भी धातु नहीं रखना चाहिए। अपने सिरहाने स्वर्ण रखकर सोने की मनाही है। इससे नींद में खलल होता है