नई दिल्ली: मध्य रेलवे मजदूर संघ ने ऐलान किया है कि अब कर्मचारी ओवरटाइम ड्यूटी नहीं करेंगे। मध्य रेलवे मोटरमैन कर्मचारियों ने यह ऐलान बची हुई वैकेंसी को न भरे जाने के विरोध में किया है। कर्मचारियों के ओवर टाइम न करने से 400 से 500 लोकल रेल सेवाएं बाधित हो सकती हैं। ट्रेनें रद्द होने से यात्रियों की मुश्किलें भी बढ़ सकती हैं।
मध्य रेलवे भारत के सबसे बड़े रेलवे विभागों में से एक है जिसका मुख्यालय महाराष्ट्र के छत्रपति शिवाजी टर्मिनस, मुबंई में है। मध्य रेलवे के अंतर्गत महाराष्ट्र का ज्यादातर हिस्सा, कर्नाटक का उत्तर-पूर्वी क्षेत्र और मध्य प्रदेश का दक्षिणी हिस्सा आता है। कर्मचारियों के ओवर टाइम ड्यूटी न करने से रेलवे यातायात प्रभावित हो सकता है।