मोदी की हत्या रचने के आरोप में माओवादी विचारधारा के लेखक की गिरफ्तारी, परिवार वालों ने आरोपों को बताया गलत
हैदराबाद, आंध्र प्रदेश: माओवादी विचारधारा वाले और रिवोल्यूशनरी लेखक पी. वरवर राव को पुणे पुलिस ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की हत्या की साजिश रचने के आरोप में हैदराबाद से गिरफ्तार किया है। यह बात उनके परिवार के नजदीकी सूत्रों ने बताई है।
करीब सात घंटे तक राव के गांधी नगर के घर और दो उनके करीबी पत्रकार, इंग्लिश एंड फॉरेन लैंग्वेज यूनिवर्सिटी (ईएफएलयू) में एक प्रोफेसर समेत साथ अन्य के यहां पर सघन तलाशी के बाद यह गिरफ्तारी मुमकिन हो पाई है।
रिपोर्ट्स के मुताबिक, एक पत्रकार तेकुला क्रांति को भी लैपटॉप और अन्य कागजात जब्त करने और उसके संबंध माओवादी पार्टी से होने के संकेत मिलने के बाद गिरफ्तार किया गया।
78 वर्षीय राव को पहले कड़ी सुरक्षा के बीच मेडिकल जांच के लिए सिकंद्राबाद के गांधी अस्पताल लेकर जाया गया। उन्हें हैदराबाद की स्थानीय अदालत में शाम को कोर्ट में पेश करने के बाद पुणे लाया जा सकता है।
गिरफ्तारी के बाद राव के घर पर तनाव पैदा हो गया। गिरफ्तारी के विरोध में काफी बड़ी संख्या में उनके समर्थक और कई संगठनों के प्रतिनिधि इकट्ठा हो गए और इस कदम की आलोचना की।
प्रोग्रेसिव ऑर्गेनाइजेशन ऑफ वीमन (पीओडब्ल्यू) की प्रसिडेंट पी. संध्या ने आरोप लगाया- “गलत आधार के महाराष्ट्र पुलिस की तरफ से वारा राव की गिरफ्तार एक बड़ा अत्याचार है। कैसे हैदराबाद में बैठा कोई साधारण शख्स प्रधानमंत्री की हत्या की साजिश रच सकता है? उनके खिलाफ गलत केस लगाया गया है।”
पुणे पुलिस ने इस साल 8 जून को कोर्ट को बताया था कि उन्हें माओवादी से सहानुभूति रखनेवाले राना जैकब विल्सन के दिल्ली स्थित घर से एक पत्र मिला था। विल्सन उन पांच लोगों में शामिल थे जिन्हें प्रतिबंधित संगठन से संबंध रखने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था।
इस पत्र में कथित तौर पर इस बात का जिक्र था कि एम-4 राइफल और चार लाख राउंड्स खरीदने के लिए 8 करोड़ रुपये की जरूरत है, जिसे राव की तरफ से प्रबंध किया जाना था।