कोलकाता, पश्चिम बंगाल: कोलकाता के बगड़ी बाजार में कल रविवार को लगी आग 30 घंटे बाद भी नहीं बुझाई जा सकी है। सोमवार की सुबह भी आग की लपटें दिखाई दे रही थी। बेकाबू आग को बुझाने के लिए रात भर ऑपरेशन चला, जो कि अब भी जारी है।
बताते चलें कि दो माह पहले ही राज्य अग्निशमन विभाग ने कोलकाता के व्यापार केंद्र कहे जाने वाले बुराबाजार में स्थित बगड़ी बाजार की छह मंजिला इमारत को क्लियरेंस दिया था। आग में लगभग 400 दुकानें जलकर खाक हो गई। आग से व्यापारियों को लाखों का नुकसान हुआ है।
सोमवार की सुबह तीसरी मंजिल के एक हिस्से से आग और काले धुएं देखे गए। तब कुछ दुकान मालिक अपनी दुकानों से आग से बचे हुए सामान को निकालने की कोशिश कर रहे थे।
न्यूज एजेंसी एएनआई के मुताबिक संबंधित अधिकारी ने बताया कि काफी प्रयास के बाद दमकलकर्मी ग्राउंड फ्लोर से ऊपर की मंजिल तक पहुंच पाए हैं। लेकिन वहां केमिकल की मौजूदगी के आग पर काबू पाना मुश्किल हो रहा है। अधिकारी ने बताया कि अभी मौके पर 35 फायरटेंडर के साथ 250 दमकलकर्मी आग को बुझाने के लिए लगातार ऑपरेशन चला रहे हैं।
आग के कारण बाजार की इमारतों में दरार पड़नी शुरू हो गई है। दरार के कारण इमारतों के गिरने का डर भी बना हुआ है। फायर सर्विसेज डिपार्टमेंट के डायरेक्टर जनरल जग मोहन ने रविवार को बताया था कि छह मंजिला इमारत में 400 से अधिक दुकानों में कॉस्मेटिक्स, डिओड्रेंट्स, केमिकल्स, प्लास्टिक पैकेजिंग सामग्री जैसी ज्वलनशील वस्तुएं थी।
तृणमूल के महासचिव और शिक्षा मंत्री पार्थ चटर्जी ने कहा कि सरकार बार-बार बाजार अधिकारियों से सुरक्षा उपायों के लिए आग्रह कर रही थी। प्रशासन ने ध्यान दिया होता तो इस हादसे से बचा जा सकता था। बता दें कि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की अनुपस्थिति में पार्थ सरकार का नेतृत्व कर रहे हैं। बताते चलें कि ममता फिलहाल यूरोप के 12 दिवसीय दौरे पर हैं।
वहीं विपक्षी नेताओं ने राज्य सरकार को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि सुरक्षा उपायों के न होने के बावजूद दुकानों को फायर क्लियरेंस दिया गया जो कि गलत है। पूरे मामले में कहां चूक हुई है इस बात की जांच होनी चाहिए और दोषियों को सजा मिलनी चाहिए। राज्य विधानसभा में वामपंथी नेता सुजान चक्रवर्ती ने कहा कि कहा कि उचित अग्नि सुरक्षा उपायों के न होने के बावजूद इमारत को फायर क्लियरेंस कैसे दे दिया गया? इसकी जांच होनी चाहिए।
बगड़ी बाजार में लगी आग ने कोलकाता के नंदराम मार्केट में 2008 में लगी भीषण आग की यादें ताजा कर दी। 2008 में नंदराम मार्केट में आग से हजारों दुकानें नष्ट हो गई थी।