अनामी शरण बबल
प्रवासी भारतीय दिवस तीन दिवसीय सम्मेलन 21जनवरी से बनारस में – नयी दिल्ली। भारतवंशियो और प्रवासी भारतीयों की प्रयाग कुंभ और गणतंत्र दिवस समारोह देखने की ललक देखने का सम्मान करते हुए भारत सरकार ने इस बार 15 वां प्रवासी दिवस समारोह 21-23 जनवरी को बनारस में आयोजित किया जाएगा। पहले इसका आयोजन नौ जनवरी को दिल्ली में किया जाता रहा है। तीन दिवसीय आयोजन में करीब दो हजार प्रवासियों के भाग लेने की संभावना है। उत्तरप्रदेश सरकार इस आयोजन की मेजबानी करेगा। भारत के केंद्रीय विदेश मंत्री श्री मती सुषमा स्वराज और यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने एक संयुक्त संवाददाता सम्मेलन में यह जानकारी दी।—– में श्री मती स्वराज ने कहा कि प्रवासी दिवस समारोह का आयोजन प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेई ने 2003 से आरंभ करवाया था। पहले 13 साल तक इसका आयोजन हर साल होता था। मगर 2015 के इसका आयोजन दो साल के बाद किया जाने लगा। उन्होंने कहा कि पिछले काफी समय से प्रवासी मेहमानों द्वारा इसका अनुरोध किया जा रहा था कि प्रवासी दिवस का आयोजन कभी इस तरह किया जाए कि एक ही साथ एक ही दौरे में महाकुंभ और गणतंत्र दिवस देखने का मौका मिल सके। जिस पर गौर करने के बाद भारतवंशियों को इस साल 2019 में प्रवासियों की मुराद करने की फैसला किया। भारतवंशियों और भारतीय प्रवासियों की इच्छा पूरी कराने का प्रबंध किया गया। इसी के तहत् नौ जनवरी प्रवासी ई का आयोजन एक विचार विमर्श रखा गया था मगर अगला आयोजन एक बार फिर नौ जनवरी को दिल्ली में ही कराया जाएगा। श्री मती स्वराज ने कहा कि 21 जनवरी को प्रवासी दिवस आरंभ होगा। सामान्य परिचय के बाद प्रवासियों को भारत के सांस्कृतिक महत्व से परिचित कराया जाएगा। जबकि 22जनवरी को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी संबोधित करेंगे। इसी दिन एक सांस्कृतिक कार्यक्रम में मशहूर फिल्म अभिनेत्री और भाजपा सांसद हेमा मालिनी डांस पेश करेंगी। तीसरे दिन समारोह का समापन करते हुए राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद सभी प्रवासियों केंद्र सम्मानित करेंगे। इस मौके पर न्यूजीलैंड और नार्वे के दो प्रवासी भारतीय सांसद इसके आकर्षण होंगे।—- हजारों की संख्या में भारत आने वाले प्रवासियों के बनारस के किसी होटल में ठहराने की बजाय शहरी नागरिकों के यहां उनके साथ ठहराया जाएगा। अतिथि देवो भव को चरितार्थ किया जाएगा। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बताया कि 24, जनवरी को सभी प्रवासियों को कुंभ दिखाया जाएगा। और 25 जनवरी को प्रवासियों को दिल्ली भ्रमण कराया जाएगा। और 26 जनवरी को विशेष तौर पर बैठने की व्यवस्था की गयी है। जहां से उन्हें गणतंत्र दिवस की झांकी और ध्वजारोहण समारोह का दीदार कराया जाएगा। इस समारोह के बाद 27 जनवरी से सारे मेहमानों की विदाई की व्यवस्था की गयी है। श्री मती स्वराज ने कहा कि प्रवासियों के मन में अपने पूर्वजों के देश को जानने की ललक है। जिसका हम सभी भारतीय और भारत सरकार सम्मान करते हैं।