उत्तरप्रदेश परीक्षा बोर्ड की आज असली परीक्षा होगी। हालांकि सात फरवरी से ही स्कूली परीक्षा बोर्ड और इंटरमीडिएट परीक्षा बोर्ड की परीक्षाएं आरंभ हो गयी है। दोनों परीक्षाओं में 58.19 लाख स्टूडेंट्स इस बार परीक्षा दे रहे हैं। दसवी बोर्ड में 31.95 लाख तो इंटरमीडिएट बोर्ड में 26.11 लाख स्टूडेंट्स परीक्षा में शामिल हो रहे हैं। आज 12 फरवरी को दोनों बोर्ड के स्टूडेंट्स के अनिवार्य विषय हिन्दी संस्कृत और चयनित कोई एक भारतीय भाषाओं की परीक्षा है। जिसमें सभी 58 लाख से अधिक परीक्षार्थियों को परीक्षा देनी होगी। आज के पेपर नही देने वाले परीक्षार्थी को फेल माना जाएगा। एक साथ स्टूडेंट्स की भारी भीड़ को संभालना ही बोर्ड की सबसे बड़ी चुनौती है। इसके लिए आठ हजार परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं। जिसमें 411 को अतिसंवेदनशील और 1500 से अधिक केंद्रों को संवेदनशील घोषित किया गया है। बोर्ड ने नकल रोकने के लिए इस बार परीक्षा कॉपी के हर पन्ने पर छात्र को अपनी कोड लिखना ज़रूरी कर दिया गया है। कोड नही लिखने वाले स्टूडेंट्स की कॅापी को अमान्य करार दिया जाएगा। इतनी कड़ी व्यवस्था के बीच देखना है कि बोर्ड अपनी ही परीक्षा में पास होता है या फेल ?