अनामी शरण बबल
नयी दिल्ली। भारत के नियन्त्रक एवं महालेखापरीक्षक (कैग) की ओर से राज्यसभा में राफेल डील से जुड़ी रिपोर्ट पेश किये जाने के बाद आज सदन के आखिरी दिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बिना कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी का नाम लिये उन पर तंज कसा। पीएम ने कहा कि बड़े-बड़े लोगों ने हवाई जहाज उड़ाए। सुनते थे कि सदन में भूकंप आएगा। पांच साल में एक भी भूकंप नहीं आया। उन्होंने कहा कि ‘पहली बार पता चला कि गले लगने और गले पड़ने में अंतर क्या होता है।’
पीएम मोदी ने कहा कि यहीं पर ‘आंखो की गुस्ताखियों का खेल पता चला।’ इससे पहले प्रधानमंत्री ने यह भी कहा कि बीते पांच साल में सबसे ज्यादा सैटेलाइट भारत ने लांच किया। उन्होंने कहा कि पांच साल में विदेश नीति का नया पहलू सामने आया है। कांग्रेस पर हमला करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि बिना कांग्रेस के गोत्र के पहली बार पूर्ण बहुमत की सरकार बनी और देश आज आत्मविश्वास से भरा हुआ है। पूर्ण बहुमत की सरकार के चलते दुनिया भारत की सुनती है।
सदन को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत की छवि मानवाधिकार विरोधी बन गयी थी मानवता के काम में भारत ने बड़ी भूमिका अदा की। उन्होंने कहा आज़ गरीब के घर का सपना पूरा होने वाला है। 2022 तक हर बेघर को अपना पक्का घर मिले, इस दिशा में तेज़ी से काम किया जा रहा है। प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत देश के गांव और शहरों में लगभग 1.5 करोड़ गरीबों के घर बनाए जा चुके हैं, जिसमें से लगभग 15 लाख घर शहरी गरीबों के बनाए जा चुके हैं।
प्रधानमंत्री ने यह भी कहा कि जब किसी योजना से नाम का या स्वार्थ का भाव निकाल देते हैं तो नीति स्पष्ट हो जाती है। इसलिए करप्शन का, अपने-पराए के भाव को भी मैंने निकाल दिया है। अब तकनीक का उपयोग कर लाभार्थियों का चयन होता है, किसी के कहने पर लिस्ट में नाम कटने या जोड़ने का काम जो अब तक होता था उसको बंद कर दिया गया है।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री आवास योजना के अंतर्गत देश के गांव और शहरों में अब तक लगभग 1.50 करोड़ गरीबों के लिए घर बनाए जा चुके हैं, जिनमें से लगभग 15 लाख घर शहरी गरीबों के लिए बनाए गए है।
देश के मध्यम वर्ग के घर के बारे में प्रधानमंत्री ने कहा कि पहली बार किसी सरकार ने सोचा है। इसके लिए हमने CLSS योजना का विस्तार किया है। जिसमें प्रधानमंत्री आवास योजना के अंतर्गत 18 लाख तक की आय वाले मध्यम वर्गीय परिवारों को होम लोन में छूट दी जा रही है। उन्होंने कहा कि पहले एक लाख 80 हजार तक के किराये पर टैक्स नहीं लिया जाता था। लेकिन इस बार बजट में यह सीमा बढ़ाकर दो लाख 40 हजार रुपये कर दी गई है।
अपने कार्यकाल की एक विशेषता पर जोर देते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि मेरे हर निर्णय को पहले मुश्किलों का सामना करना पड़ता है, क्योंकि मैं हमेशा समय से पहले चल पड़ता था और वहां समझ पहुंचने से पहले मैं मुसीबत झेलता था। पहले आप विदेश में कहीं जाते होंगे और किसी से हाथ मिलाते होंगे, तो जब वह आपसे पूछते थे कि कहां से आये हो तो आप धीरे-धीरे कहते थे इंडिया। लेकिन अब आप अगर कहीं जाते हैं और गर्व से अपने देश का नाम लेते हैं तो वह व्यक्ति आपका हाथ नहीं छोड़ेगा।
पीएम ने कहा कि रेरा के माध्यम से ग्राहक और आप सभी के बीच का भरोसा और मजबूत हुआ है। आज रेरा 28 राज्यों में नोटिफाई किया जा चुका है। आज देशभर में करीब 35 हजार रियल एस्टेट प्रोजेक्ट्स और 27 हजार रियल एस्टेट एजेंट्स इससे रजिस्टर हो चुके हैं और लाखों नए फ्लैट्स का निर्माण किया जा रहा है। इसी तरह कंस्ट्रक्शन परमिट सहित तमाम दूसरी परमिशन अब पहले की तुलना में तेज़ी से मिल रही हैं। जिसका परिणाम यह हुआ कि ईज़ ऑफ डूइंग बिजनेस रैंकिंग में देश ने बड़ी छलांग बीते साढ़े चार वर्षों में लगाई। पहले कंस्ट्रक्शन सेक्टर पर 15-18% का टैक्स लगता था। जो सामान है, जैसे पेन्ट, टाइलें, टॉयलेट का सामान, केबल, वायर ऐसी तमाम चीजों पर 30% से ज्यादा टैक्स लगा करता था। जीएसटी के बाद मध्यम वर्ग के घरों के लिए टैक्स कम हुआ है। इसी तरह कंस्ट्रक्शन मेटीरियल पर भी जीएसटी को कम किया गया है। पेन्ट, वायर, इलेक्ट्रिकल फिटिंग से जुड़ा सामान, सेनिटरीवेयर, प्लायवुड, टाइल जैसे अनेक सामान पर जीएसटी 28 प्रतिशत से घटाकर 18 प्रतिशत लाया गया है। वहीं ईंटों पर जीएसटी 12 प्रतिशत से घटाकर 5 प्रतिशत किया गया है। इस तरह देश आगे बढ़ रहा है विकास कर रहा है।।।