अनामी शरण बबल
नयी दिल्ली। भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) से निलंबित सांसद कीर्ति आजाद आज़ सोमवार को राहुल गांधी की मौजूदगी में कांग्रेस पार्टी में शामिल हो गए। कीर्ति आजाद बीजेपी से लंबे समय से निलंबित चल रहे थे। वे बिहार के दरभंगा से लोकसभा सांसद हैं। विदित हो कि आजाद के कांग्रेस में शामिल होने का ऐलान शुक्रवार को ही होना था, लेकिन पुलवामा आतंकी आत्मघाती हमले के चलते इसकी औपचारिक ऐलान को टाल दिया गया था।
उल्लेखनीय है कि भाजपा से निलंबित सांसद कीर्ति आजाद शुक्रवार को ही कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी से मिल चुके थे। इस मुलाकात के बाद आजाद ने ट्वीट करके कांग्रेस अध्यक्ष गांधी से हुई अपनी मुलाकात को सार्वजनिक कर दिया था। आज़ाद ने बताया कि पुलवामा में हुए आतंकी हमले में शहीद हुए हमारे सैनिकों के सम्मान में कांग्रेस में शामिल होने के कार्यक्रम को 18 तक लंबित कर दिया गया था, जो आज 18 फरवरी को होगा।’ आजाद ने कहा था, ‘देश में तीन दिनों का शोक है। कोई व्यक्ति या पार्टी देश से बढ़कर नहीं हो सकती और सैनिकों की शहादत पूजनीय है उनके सम्मान में यह निर्णय लिया गया।’
गौर हो कि आजाद पिछले लोकसभा चुनाव में बिहार के दरभंगा से निर्वाचित हुए थे। वह लंबे समय से बीजेपी से निलंबित चल रहे हैं। पिछले कुछ समय से उनके कांग्रेस में शामिल होने की अटकलें चल रही थीं। वह दिल्ली से भी एक बार सांसद रहे हैं। मालुम हो कि कीर्ति आजाद एक विख्यात किक्रेटर भी है। 1983 में कपिलदेव की कप्तानी में विश्वविजेता टीम में कीर्ति आजाद भी शामिल थे। वनडे और टेस्ट मैच में अपने बेहतरीन खेल के चलते कीर्ति आजाद को आज भी याद किया जाता है। वे एक राजनैतिक परिवार से जुड़े हुए हैं। बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री भागवत झा आजाद के बेटे हैं। एक तरह से कीर्ति आजाद की यह घर वापसी भी है। कीर्ति आजाद की पत्नी पूनम आजाद भी विधायक रही है। बिहार कांग्रेस में कीर्ति आजाद की वापसी से कांग्रेस को बल मिलेगा। कीर्ति आजाद ने इसे घर वापसी का नाम दिया है इस संवाददाता के साथ बात करते हुए आजाद ने कहा कांग्रेस को सबल किया जाएगा। भाजपा के बारे में पूछे जाने पर आजाद ने कहा कि अंपायर के ग़लत निर्णय से मैं आउटर हुआ,इस कारण मुझे थर्ड अंपायर के फैसले का भी लाभ नही मिला। भाजपा में अपने खट्टे मीठे अनुभवों को यादगार और प्रेरक माना। देखना दिलचस्प होगा कि कांग्रेस में आकर अपनी पत्नी के साथ इनकी नयी पोलिटिकल पारी कितनी धुंआधार रहती है। ।।। ं ।