गांधीनगर। अपनी पहली ही रैली में कांग्रेस की बहुप्रतीक्षित स्प्रिट स्टार प्रियंका गांधी वाड्रा धी ने मोदी सरकार को चुन-चुन कर दिया जवाब और देशभक्ति कए पाठ को भी नये तरह से परिभाषित किया।
लोकसभा चुनाव 2019 के चुनावी ऐलान के बाद आज़ कांग्रेस ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के गढ़ और कर्म प्रदेश गुजरात में एक बड़ी रैली की। कांग्रेस वर्किंग कमिटी (सीडब्ल्यूसी) की बैठक के बाद गांधीनगर में हुई इस रैली में सभी के आकर्षण का केंद्र प्रियंका गांधी वाड्रा रही। सबकी नजरें प्रियंका गांधी पर लगी थीं। सबों में यह उत्कंठा थी कि प्रियंका गांधी आज किस तरह किस अंदाज में खुद को पेश करेंगी। कांग्रेस महासचिव बनने के बाद प्रियंका गांधी ने पहली बार किसी सार्वजनिक रैली को संबोधित किया। उन्होंने बताया कि उनका इरादा भाषण देने का नहीं है, लेकिन वे आज अपने दिल की बात जरूर करना चाहती हैं। अपने संक्षिप्त मगर सारगर्भित और प्रहारक भाषण में प्रियंका ने दिल की बात कहने के दौरान बिना पीएम मोदी का नाम लिए मोदी सरकार पर तीखे कटाक्ष किए और जमकर निशाना साधा।
प्रियंका ने कहा कि वे पहलीम बार गुजरात आई हैं। यहां साबरमती के आश्रम में जब वे पेड़ों के नीचे, आश्रम में गईं तो उनकी आंखों से आंसू आ गए। प्रियंका ने कहा कि मैं पहली बार गुजरात आई हूं और पहली बार साबरमती के उस आश्रम में गई जहां से महात्मा गांधी जी ने इस देश की आज़ादी का संघर्ष शुरू किया। मैं आपको बता नहीं सकती कि वहां उस आश्रम में पेड़ों के नीचे बैठे हुए, भजन सुनते हुए मेरे दिल में क्या भावना जागी। भावुकता से लबरेज उद्घोषण के बाद वे मुद्दों पर आसीन। गोलियों की शिकार बनी दादी पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी और पिता राजीव गांधी की शहादत पर भाजपा के कटा को असहज माना अपनी मां और पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की पत्नी के बारे में विधवा कहकर कटाक्ष करने की नीतियों को अमानवीय माना। प्रियंका ने ऐलान किया कि आजादी के बाद यदि हमारे परिवार ने काला धन इकठ्ठा करने का ही काम किया है तो जांच पड़ताल करिए ना। किसने रोक रखा है। बिना सबूत अगर एक परिवार पर ही हमला करना यदि आपकी नैतिकता है तो अपनों पर भी कार्रवाई करें। और नहीं कर सकते हैं तो कमसे कम अपने पद की गरिमा का नैतिकत उदाहरण की तरह खुद को पेश करे।