यी दिल्ली / लखनऊ। समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव की पहल पर कभी एक दूसरे के साथ कभी ना एकसाथ होने वाले बसपा-सपा अंततः एक हो गए। सपा- बसपा के गठबंधन में अपनी दावेदारी की मांग करने वाले रालोद के मुखिया अजीत सिंह को अंततः इसके त्रिकोण बन गए। बसपा की नापंसदीदगी के बावजूद अखिलेश यादव की पहल पर रालोद अब साथ साथ है। तीन सीटों पर राजी रालोद ने प्रदेश की तीन सीटों के लिए अपने उम्मीदवारों का एलान कर दिया है। इस बार मुजफ्फरनगर संसदीय क्षेत्र से रालोद मुखिया अजित सिंह चुनाव लडेंगे। जबकि बागपत संसदीय क्षेत्र सेइस बार अजीत सिंह ने अपने पुत्र जयंत चौधरी को प्रत्याशी बनाया है। मथुरा संसदीय क्षेत्र से इस बार नरेंद्र सिंह चुनावी मैदान में ताल ठोकेंगें। मथुरा से इस समय भाजपा की सांसद के रूप में मशहूर अभिनेत्री हेमा मालिनी है। यदि हेमा मालिनी को ही उम्मीदवार बनाया गया तो यह सीट कमल के लिए सम्मान की लडाई की तरह देखा जाएगा। रालोद मुखिया अजीत सिंह ने अपने कार्यकर्ताओं से अपने प्रत्याशियों के लिए उत्साहित होकर जुटने का आह्वान किया है। ।।