अनामी शरण बबल
देहरादून। लोकसभा चुनाव सिर पर है और उत्तराखंड पुलिस चुनावी व्यवस्था करने की बजाय अपने राज्य के अंडरग्राउंड हो गए 400 से अधिक नामी बदमाशों हिस्ट्री शीटरों की तलाश में जुटी है। राज्य के सभी जिलों के खबरचियों को अलर्ट कर दिया है, ताकि ठीक चुनाव से पहले लापता हो गए हिस्ट्रीशीटरों का पक्का पता और अंदाजा लगाया जा सके। इनकी खोज खबर के लिए पड़ोसी राज्यों के जिला पुलिस से भी संपर्क साधा जा रहा है। उत्तराखंड के ऊधमसिंहनगर जिले से सबसे अधिक 110 हिस्ट्रीशीटर पिछले एक माह से लापता है। इनके अंडरग्राउंड होने की कोई सूचना पुलिस को नहीं है।
लोकसभा चुनाव को देखते हुए राज्य पुलिस द्वारा सभी जिलों से मांगी गयी हिस्ट्रीशीटरों की सूची से पता चला। चुनाव के मद्देनजर ऊधमसिंहनगर जिले के 110 हिशीटर की तलाश में पुलिस जुट गई है. दरअसल जब जिला पुलिस ने जनपद के सभी थाना और कोतवाली क्षेत्रों के हिस्ट्रीशीटर बदमाशों को चेक किया तो ये आकड़ा सामने आया। पुलिस महानिदेशक के आदेश के बाद सक्रिय पुलिस द्वारा अपने अपने इलाके के नामचीन बदमाश की ताजा हाल की खबर लेने पर यह पता चला है कि राज्य के अधिकतर बदमाश बिना पुलिस और लोकल थाने को बताए ही अंडरग्राउंड हैं या राज्य से बाहर हैं।
लोकसभा चुनाव को शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न कराने के लिए राज्य जिला पुलिस ने जिले के शातिर अपराधियों पर शिकंजा कसना शुरू कर दिया है. जिले के मौजूदा हिस्ट्रीशीटरों के खिलाफ भी पुलिस निरोधात्मक कार्रवाई कर रही है। जिले से लापता हुए हिस्ट्रीशीटर अपराधियों की सूची बनाई जा रही है।उल्लेखनीय है कि जेल से बाहर रहने पर भी हिस्ट्रीशीटरों को लोकल थाने में वीकली हाजिरी देनी होती हैशांति भंग होने के अंदेशा पर इनको कभी भी बिना आरोप के भी जेल में डाला जा सकता है। पुलिस थाने को भी इलाकेवार बदमाशों की निगरानी रखनी पड़ती है। मगर पुलिसिया चूक के कारण पुलिस के नाक के नीचे से सैकड़ों हिस्ट्रीशीटर लापता हो गए हैं, और पुलिस को इसकी भनक तक नहीं।।।