अनामी शरण बबल
नयी दिल्ली। शोर हंगामा करना मीडिया में सबके लिए मिलने वाली अखबार टीवी की जगह हथिया लेना कोई भारतीय जनता पार्टी से सीखे। लोकसभा चुनाव के लिए कल शाम 184 सीटों की पहली सूची जारी करके भाजपा ने तहलका बरपा दिया है। टिकट कटने वाले तमाम बागी सांसदों के बगावत की खबरों को दिग्गज नेता लालकृष्ण आडवाणी के टिकट कटने के शोर में थम गया है। तो दूसरी तरफ कांग्रेस ने दूसरी तरफ बारी बारी करके अब तक 149 संसदीय सीटों के लिए अपने प्रत्याशियों की घोषणा कर चुकी है और ज्यादातर लोगों को इसकी जानकारी तक नहीं है। संसदीय टिकटों के वितरण की घोषणा के क्रमिक दौर में कांग्रेस ने एक और लिस्ट जारी कर दी है। इस लिस्ट में आंध्र प्रदेश की तीन लोकसभा सीटों के उम्मीदवारों का ऐलान किया है। इसकेसाथ ही कांग्रेस ने आंध्र प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए भी 45 उम्मीदवारों का ऐलान किया। गुरुवार को जारी की गई लिस्ट में विजयवाड़ा, विशाखापत्तनम और नांदियाल लोकसभा सीटों के लिए उम्मीदवारों का ऐलान किया है। आंध्र प्रदेश में 175 विधानसभा सीटें औ 25 लोकसभा सीटें हैं।
कांग्रेस अब तक लोकसभा चुनाव के लिए सात लिस्ट जारी कर चुकी हैं। कांग्रेस ने इसी के साथ अब तक 149 लोकसभा संसदीय सीटों पर उम्मीदवारों के नामों का ऐलान कर दिया है। बिहार में गठबंधन के संग नौ उम्मीदवारों के नामों का भी आज़ ऐलान कर दिया जाएगा। मगर देशभर में भाजपा के साथ साथ सबसे अधिक सीटों पर चुनाव लडने वाली सबसे पुरानी पार्टी कांग्रेस इस बार चुनाव में सुर्खियां नहीं बटोर पा रही है। जबकि नियोजित तरीके से भाजपा अपने खिलाफ की खबरों को भी एक बड़ी ख़बर के बीच दबाकर कचूमर निकाल देती है। चुनावी प्रचार प्रसार में भी भाजपा के सामूहिक प्रयास के सामने टिक नहीं पा रही है।
उल्लेखनीय है कि 17 वीं लोकसभा के लिए सात चरणों में मतदान होंगे। जो 11 अप्रैल से शुरु होंगे और 19 मई को खत्म होंगे। 23 मई को वोटों की गिनती होगी। इस बार 90 करोड़ मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे। वर्तमान लोकसभा का कार्यकाल दो जून तक है।