वाराणसी में सस्पेंस बरकरार, किसके खिलाफ होगी प्रधानमंत्री मोदी की जंग , मोदी की जीत के लिए पूजा पाठ अर्चना जारी
अनामी शरण बबल
नयी दिल्ली। लोकसभा चुनाव सामने है। सभी दलों द्वारा उम्मीदवारों की घोषणा होने लगी है। मगर बनारस का सस्पेंस बरकरार है। भाजपा की तरफ़ से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बनारस से फिर चुनाव मैदान में हैं। लोकसभा चुनाव की धुरी काशी बन चुकी है। पिछले चुनाव में वे गुजरात के मुख्यमंत्री के रुप में उम्मीदवार थे, और उनका मुकाबला दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल से हुई थी। चुनाव जीतकर मोदी प्रधानमंत्री बने। वाराणसी से चुनाव मैदान में उतरने की घोषणा के बाद भाजपा ने तैयारी तेज कर दी है। मोदी के चुनाव-प्रचार को धार देने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ कल मंगलवार को यहांआएंगे। सीएम पहले काशी विश्वनाथ मंदिर में दर्शन-पूजन व आशीर्वाद लेने के बाद प्रधानमंत्री मोदी के विजय संकल्प सभा को संबोधित करेंगे। इस सभा के बहाने भाजपा अपनी ताकत का भी अहसास कराएगी, क्योंकि बीते दिनों मोदी के संसदीय क्षेत्र में कांग्रेस महासचिव प्रियंका वाड्रा ने गंगा यात्रा के जरिए जनता से संवाद किया था।
मोदी के खिलाफ विपक्ष का सर्वे समर्थित प्रत्याशी होगा। अभी तक गुजराती पाटीदार नेता हार्दिक पटेल के नाम की चर्चा थी। बाद में जेएनयू छात्र नेता कन्हैया के नाम को उछाला गया था। लोग खुलकर कुछ बोल नहीं रहे हैं पर कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा के संभावित उम्मीदवार के रुप में नाम की चर्चा है। एक समय फिर से केजरीवाल को खडा करने का दवाब था, मगर इस बार केजरीवाल ने मना कर दिया। मोदी के खिलाफ आग उगलने वाले बिहारी बाबू भी मोदी के आमने सामने टकराने से बचते हुए चुनाव नहीं लडना ही बेहतर माना
वाराणसी गंगा यात्रा के दौरान उन्होंने मोदी पर जमकर हमला बोला था। हालांकि इस पर भाजपा चुप्पी साधे रह गई। प्रियंका गांधी वाड्रा के जाने के बाद भाजपा का पहला बड़ा आयोजन कल विजय संकल्प सभा होने जा रही है। इस कार्यक्रम पर सभी की निगाहें लगी हैं। कारण कि माना जा रहा है कि सभा के जरिये मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ प्रियंका के तीखे जुबानी हमलों का जवाब भी उसी अंदाज में देंगे।
भाजपा ने यूपी में लोकसभा के चुनाव अभियान की शुरुआत 24, 25 व 26 मार्च को तीन चरणों में ‘विजय संकल्प सभा’ के माध्यम से करने का निर्णय लिया है। इन सभाओं में केंद्र व प्रदेश के वरिष्ठ नेताओं के साथ ही केंद्र व प्रदेश सरकार के मंत्री भी भाग लेंगे। इसी अभियान का अंतिम जनसभा कल वाराणसी में होगी।मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के साथ बनारस की सभा में प्रदेश के कैबिनेट मंत्री आशुतोष टंडन समेत कई और नेताओ के भी भाग लेने की संभावना है। मगर लाख टके का सवाल है कि क्या मोदी क्या यहां से कोई रिकॉर्ड बनाएंगे या खुद रिकॅार्ड बनेंगे। प्रधानमंत्री मोदी समेत यहां से अब-तक 12 प्रत्याशी सांसद बने। जिसमे 1952 से 1967 तक तीन टर्म में सांसद बने रघुनाथ सिंह के अलावा केवल शंकर प्रसाद जायसवाल 1996सए2004 तक तीन टर्म में सांसद रहे। इसके अलावा चंद्र शेखर कमलापति त्रिपाठी समेत मोदी जी यानी सभी सांसद एक एक बार ही सांसद बने और रहे। वे रिकॉर्ड के सामने खडे है। प्रधानमंत्री मोदीजी यदि दोबारा सांसद बनते हैं तो भी रिकॅार्ड बनेगा। और किसी कारणवश ऐसा नही होता है तो यह भी एक परम्परागत रिकॉर्ड बनेगा। यानी रिकॉर्ड बनना तय है। उम्मीद है कि एक शानदार रिकॉर्ड के साथ ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी राजनीति के अवकाश के साथ वाराणसी सीट से विदा होंगे। ।।s