नवरात्रि में बोया जाता है जौ, क्या आप जानते है इसके पीछे के धार्मिक कारण

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समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली, 14अक्टूबर।
इस बार 17 अक्टूबर से शारदीय नवरात्रि शुरु हो रहे हैं। कोरोना महामारी होने के कारण भी सभी घरों में तैयारियां शुरु हो गई हैं। नवरात्रि का हिंदू धर्म में काफी महत्व होता है। नवरात्रि के 9 दिनों में मां दुर्गा के 9 स्वरूपों की पूजा की जाती है। इस दौरान लोग 9 दिनों तक व्रत रखते हैं और 9वें दिन कंन्या खिलाते हैं। नवरात्रि के प्रथम दिन मिट्टी के बर्तन में जौ बोए जाते हैं। लेकिन क्या आपको पता है जौ क्यों बोया जाता है? आइए जानते हैं नवरात्रि में जौ बोने के धार्मिक कारण-

धार्मिक मान्यताओं के मुताबिक, नवरात्रि में जौ उगाने से भविष्य से संबंधित कुछ बातों के संकेत मिलते है। मान्यता है कि जौ बोने जौ अन्न ब्रह्म है और हमें अन्न का सम्मान करना चाहिए। बोया गया जौ दो तीन दिन में ही अंकुरित हो जाता है, लेकिन अगर यह न उगे तो भविष्य में आपके लिए अच्छे संकेत नहीं है यानि कि आपको कड़ी मेहनत के बाद ही उसका फल मिलेगा। जब जौ का रंग नीचे से आधा पीला और ऊपर से आधा हरा हो इसका मतलब आने वाला साल का आधा समय ठीक रहेगा। अगर आपका बोया हुआ जौ सफेद या हरे रंग में उग रहा है तो यह बहुत ही शुभ माना जाता है।

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