आर एस एस ने अटारी से दिल्ली जाने वाले राष्ट्रीय राजमार्ग का नामकरण नवम गुरु श्री गुरु तेगबहादुर जी के नाम पर करने की मांग की
समग्र समाचार सेवा
15 नवंबर 2020, जालन्धर।
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ने अटारी से दिल्ली जाने वाले राष्ट्रीय राजमार्ग का नामकरण नवम गुरु श्री गुरु तेगबहादुर जी के नाम पर करने की मांग की है। गौरतलब है कि वर्तमान में जी टी रोड से जाना जाता यह मार्ग पहले शेर शाह सूरी मार्ग के नाम से जाना जाता था जिसे ब्रिटिश काल में जी टी रोड के नाम में बदला गया था।
प्रैस को जारी विज्ञप्ति में संघ के पंजाब प्रांत संघचालक स. बृजभूषण सिंह बेदी ने बताया कि देश गुरुजी का 400 वां प्रकाश पर्व मना रहा है। इस ऐतिहासिक अवसर पर अटारी से दिल्ली जाने वाले इस जीटी रोड का नामकरण उनके नाम से करना उनके प्रति देशवासियों की सच्ची श्रद्धांजलि होगी क्योंकि इसी राजमार्ग के निकटवर्ती स्थान बाबा बकाला में गुरुजी ने तपस्या की थी तथा इसी मार्ग से गुरु साहिब के बलिदान के उपरांत भाई जैता जी दिल्ली से अंबाला तक उनका शीश लेकर आए थे। इसके पश्चात भाई जैता जी आनंदपुर साहिब पहुंचे थे
‘तिलक जञ्जू राखा प्रभ ताका॥ कीनो बडो कलू महि साका।।
साधन हेति इती जिनि करी॥ सीसु दीया परु सी न उचरी॥
धरम हेत साका जिनि कीआ॥ सीसु दीआ परु सिररु न दीआ।।
बेदी ने कहा कि ये शब्द धर्म की रक्षा के लिए अपना जीवन बलिदान करने वाले श्री गुरु तेगबहादुर जी की पुण्य स्मृति युगों युगों तक कराते रहेंगे।
उन्होंने ने कहा कि गुरु जी ने धार्मिक कट्टरवाद व असहिष्णुता के खिलाफ जिस आंदोलन की शुरुआत की उसी का परिणाम है कि आज भारत धार्मिक सद्भावना व एकात्मता का प्रकाशपुंज बन पूरी दुनिया का मार्गदर्शन कर रहा है। उन्होंने कहा कि जीटी रोड का नामकरण गुरुजी के नाम पर करने से न केवल इस ऐतिहासिक शीश यात्रा व गुरु जी के बलिदान की पुर्नस्मृति होगी बल्कि इससे आने वाली पीढिय़ों को प्रेरणा भी मिलेगी।