समग्र समाचार सेवा
हाथरस, 22नवंबर।
हाथरस के चंदपा थाना क्षेत्र के बूलगढ़ी गांव में दलित युवती के साथ कथित सामूहिक दुष्कर्म तथा मारपीट के दौरान बर्बरता से हुई मौत के मामले में सीबीआइ अब इलाहाबाद हाईकोर्ट की लखनऊ खंडपीठ में स्टेटस रिपोर्ट दाखिल करने की जोरदार तैयारी में है। इसी क्रम में सीबीआइ ने अलीगढ़ जेल में बंद चारों आरोपितों का ब्रेन मैपिंग और पॉलीग्राफ टेस्ट कराने का फैसला किया है।
अलीगढ़ जेल में बंद चारों आरोपितों का ब्रेन मैपिंग और पॉलीग्राफ टेस्ट कराने के लिए हाथरस पुलिस गुजरात रवाना हो गई। इसकी पुष्टि अलीगढ़ जिला जेल के जेलर पीके सिंह ने की। चार आरोपितों में से एक नाबालिग भी है। गुजरात की राजधानी गांधीनगर के इंस्टीट्यूट ऑफ फॉरेंसिक साइंसेज में इन चारों का ब्रेन मैपिंग और पॉलीग्राफ टेस्ट होगा। हाथरस गैंगरेप और हत्या मामले में अलीगढ़ जेल में बंद चारों आरोपियों का पॉलीग्राफ टेस्ट होगा। आरोपियों की ब्रैन मैपिंग भी कराई जाएगी। इन टेस्ट के लिए सीबीआइ ने कोर्ट की अनुमति ली है।
चारों आरोपित करीब दो महीने से अलीगढ़ जेल में बंद हैं। इस केस की जांच कर रही सीबीआइ ने पीड़ित पक्ष के साथ ही घटना के सबसे पहले चश्मदीद का भी नार्को टेस्ट कराने की योजना तैयार की थी, लेकिन पीड़ित परिवार के साथ प्रत्यक्षदर्शी ने ब्रेन मैपिंग और पॉलीग्राफ टेस्ट कराने से साफ इनकार कर दिया है।
हाथरस में दीपावली से पहले लगातार 42 दिन तक इस केस के हर पहलू की बारीकी से जांच करने वाली सीबीआइ ने बूलगढ़ी गांव में एक बार सीन रिक्रिएशन भी किया था। पीड़ित पक्ष के साथ ही आरोपितों के घर पर कई बार पड़ताल करने वाली सीबीआइ ने बूलगढ़ी के साथ ही पास के गांवों में भी इस केस के बारे में पड़ताल की। इसके साथ ही पीड़ित परिवार के घर तक पास के क्षेत्र की सुरक्षा व्यवस्था पर भी सीबीआइ की नजर है।
उधर मृत युवती का भाई अपनी आइटीआइ की परीक्षा देने की तैयारी में हैं। मृतका के भाई संदीप के कल से यहां आईटीआई इलेक्ट्रिकल ट्रेड की सेमेस्टर परीक्षा है। सीआरपीएफ की कड़ी सुरक्षा में आज वह चंदपा जाकर कॉलेज से प्रवेश पत्र लाया है। आज सीबीआइ की टीम भी गांव में नहीं आई है।
सीबीआइ ने इस केस में हाथरस के डीएम तथा एसपी के साथ निलंबित एसपी व सीओ के साथ चंदपा थाना के सभी पुलिसकर्मियों से पूछताछ की है। इसके साथ ही चंदपा के सीएचसी तथा अलीगढ़ मेडिकल कॉलेज के स्टाफ से भी जांच एजेंसी ने इस केस के संबंध में गहन पड़ताल की है। सीबीआइ ने इस केस के संबंध में गाजियाबाद में नई रिपोर्ट भी दर्ज की है। इस केस में योगी आदित्यनाथ सरकार ने भी तीन सदस्यीय एसआइटी गठित कर जांच कराई है।