भाजपा शासित एमसीडी कर्मचारियों का बकाया वेतन शीघ्र जारी करेः दुर्गेश पाठक

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समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली, 2 दिसंबर।

आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता दुर्गेश पाठक ने कहा कि भाजपा शासित एमसीडी अपने कर्मचारियों का चार महीने का बकाया वेतन शीघ्र जारी करे, ताकि कर्मचारियों को दोबारा धरना-प्रदर्शन के लिए मजबूर न होना पड़े। भाजपा शासित एमसीडी को वेतन के मसले को गंभीरता से लेना चाहिए। कहीं ऐसा न हो कि कर्मचारी दोबारा एमसीडी के खिलाफ विरोध-प्रदर्शन और भूख हड़ताल करने के लिए सड़क पर उतर जाएं। दुर्गेश पाठक ने कहा कि कर्मचारियों के प्रदर्शनों और आम आदमी पार्टी के दबाव में आकर भाजपा शासित एमसीडी को अपने कर्मचारियों को 2 महीने का वेतन देने के लिए मजबूर होना पड़ा था। भाजपा शासित एमसीडी के पास पर्याप्त पैसा है, लेकिन राजनीति से प्रेरित होकर केजरीवाल सरकार को बदनाम करने के लिए एमसीडी ने कर्मचारियों को वेतन नहीं दिया था।

आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता एवं एमसीडी प्रभारी दुर्गेश पाठक ने एक बयान जारी करते हुए भाजपा शासित नगर निगम पर हमला बोला। दुर्गेश पाठक ने कहा कि पूरी दिल्ली और पूरा देश इस बात को जानता है कि बीते दिनों भाजपा शासित नगर निगम के अधीन कार्यरत सभी विभागों के कर्मचारी जैसे- अध्यापक, डॉक्टर, सफाई कर्मचारी आदि पिछले कई महीनों से अपना वेतन न मिलने के कारण धरना प्रदर्शन और भूख हड़ताल कर रहे थे। आम आदमी पार्टी द्वारा लगातार मीडिया के माध्यम से इस मुद्दे को उठाया जा रहा था। हमने दर्जनों बार प्रेस वार्ता करके भाजपा शासित नगर निगम से कर्मचारियों का वेतन तुरंत प्रभाव से उन्हें देने की मांग की थी। लगातार हो रहे कर्मचारियों के प्रदर्शनों और आम आदमी पार्टी द्वारा उठाई जा रही आवाज के दबाव में आकर भाजपा को घुटने टेकने पड़े और भाजपा शासित नगर निगम ने कर्मचारियों का 2 महीने का वेतन उनको दे दिया था।

उन्होंने कहा कि पिछले लगभग 6 महीने से बकाया वेतन में से नगर निगम ने केवल 2 महीने का ही वेतन कर्मचारियों को दिया था। लगभग 4 महीने का वेतन अब भी भाजपा शासित नगर निगम ने कर्मचारियों को नहीं दिया है। दो महीने का वेतन मिलने से कर्मचारियों को थोड़ी राहत तो मिली, परंतु उनकी परेशानियां अभी भी जस की तस बरकरार हैं। उन्होंने कहा कि हम भाजपा से अपील करते हैं कि जल्द से जल्द तमाम कर्मचारियों का जो बकाया वेतन है, उनको दिया जाए। बड़ी मुश्किलों से कर्मचारी अपने घर का खर्चा चला पा रहे हैं। उन्होंने कहा कि पिछली बार भी भाजपा शासित नगर निगम झूठ बोल रही थी कि उनके पास पैसा नहीं है और जब चारों तरफ से दबाव पड़ा, तो तुरंत दो महीने का वेतन तमाम कर्मचारियों को भाजपा शासित नगर निगम ने दे दिया। यदि उनके पास पैसा नहीं था, तो अचानक से 2 महीने का वेतन देने के लिए पैसा कहां से आया? हम भाजपा से कहना चाहते हैं कि जो बकाया वेतन है, वह तुरंत प्रभाव से कर्मचारियों को दे दिया जाए, कहीं ऐसा न हो कि कर्मचारियों को दोबारा से विरोध प्रदर्शन और भूख हड़ताल का सहारा लेना पड़े। भाजपा शासित नगर निगम के पास पर्याप्त पैसा है, परंतु राजनीति से प्रेरित होकर और दिल्ली की केजरीवाल सरकार को बदनाम करने के इरादे से भाजपा ने यह षड्यंत्र रचा था, परंतु वह अपने इस नापाक इरादे में कामयाब नहीं हो पाई।

दुर्गेश पाठक ने कहा कि एक बार फिर कर्मचारियों की स्थिति गंभीरता की ओर जा रही है। ऐसा न हो कि फिर दोबारा से तमाम कर्मचारी सड़कों पर विरोध प्रदर्शन और भूख हड़ताल करने के लिए उतर जाएं। ऐसी परिस्थितियां पैदा होने से पहले ही हमारी भाजपा से अपील है कि कर्मचारियों का जो पिछले 4 महीने का वेतन बकाया है, उसे तुरंत प्रभाव से दे दिया जाए। साथ ही साथ उन्होंने यह भी कहा कि पिछले बार की घटना से यह साबित हो गया था कि भाजपा शासित नगर निगम के पास पैसा तो था, परंतु जानबूझ कर वह ऐसा कर रहे थे। यदि इस बार भी भाजपा ने पैसा न होने का कारण दिया तो यह बहाना चल नहीं पाएगा। भाजपा गंदी राजनीति को छोड़े और तुरंत प्रभाव से नगर निगम के अधीन कार्य करने वाले वह तमाम कर्मचारी जिनका पिछले लगभग 4 महीनों का वेतन अभी बकाया है, उनका वेतन जल्द से जल्द दे दें।

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