समग्र समाचार सेवा
लखनऊ, 15फरवरी।
लखनऊ पुलिस ने एनकाउंटर में गिरधारी उर्फ डॉक्टर को मार गिराया। रिमांड पर आया गिरधारी पुलिस अभिरक्षा से फरार होने की कोशिश में था। विभूति खंड थाना क्षेत्र में गिरधारी का एनकाउंटर हुआ। अपने आकाओं की सरपरस्ती में नाटकीय ढंग से दिल्ली में सरेंडर कर बच गया था गिरधारी।
राजधानी लखनऊ में रविवार रात अपराधी गिरधारी विश्वकर्मा उर्फ डॉक्टर को पुलिस ने मुठभेड़ में ढेर कर दिया। गिरधारी 39 दिन पूर्व लखनऊ में हुए पूर्व ब्लॉक प्रमुख और हिस्ट्रीशीटर अजीत सिंह हत्याकांड में पकड़ा गया था। पुलिस असलहे की बरामदगी के लिए उसे गोमतीनगर में सहारा हॉस्पिटल के पीछे ले गई थी। लेकिन उसने सब इंस्पेक्टर पर हमला कर पिस्टल छीनकर भागने की कोशिश की।
पुलिस टीम ने पीछा किया तो उसने फायरिंग की। इस दौरान जवाबी कार्रवाई में वह मारा गया। इस पुलिस मुठभेड़ की कहानी ने एक बार फिर कानपुर एनकाउंटर में मारे गए विकास दुबे की कहानी की याद दिला दी है। बीते साल 10 जुलाई को विकास दुबे भी पुलिसकर्मी का असलहा छीनकर भागने की कोशिश में मारा गया था। विकास दुबे ने सीओ समेत 8 पुलिसकर्मियों की हत्या की थी।
11 को दिल्ली में दबोचा गया था। अपराधी गिरधारी की रिमांड कल खत्म होने वाली थी। अपराधी गिरधारी को चार दिन पहले 11 जनवरी को गिरफ्तार किया था। उसकी गिरफ्तारी दिल्ली पुलिस के आउटर नॉर्थ जिले की स्पेशल स्टाफ पुलिस ने रोहिणी इलाके से की थी।