मशहूर गायक व गीतकार पद्मश्री रवींद्र जैन के भाई मणीन्द्र व भतीजा उदीप्त के ख़िलाफ़ दिल्ली में कई आपराधिक मामले दर्ज
समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली, 15 मार्च।
जाने माने स्वर्गीय गीतकार श्री रवीन्द्र जैन जी के भाई मणीन्द्र जैन और उनके भतीजे उदीप्त मणि जैन उनके नाम का गलत इस्तेमाल करते हुए 5 करोंड़ चालीस लाख की धोखाधडी की है। यह मामला तब सामने आया जब उनके खिलाफ़ पैसों की धोखाधडी और जालसाजी जैसे गंभीर आरोपों के तहत एफ0आई0आर0 दर्ज कराया गया।
बता दें कि मणीन्द्र जैन और उनके पुत्र उदीप्त मणि जैन ने स्वर्गीय गीतकार रवीन्द्र जैन जी के नाम का इस्तेमाल कर दिल्ली के एक ट्रस्ट को पांच करोड़ चालीस लाख रूपये का चूना लगाया है।
मणीन्द्र जैन और उनके पुत्र उदीप्त मणि जैन ने स्वर्गीय गीतकार रवीन्द्र जैन जी के रिश्ते का प्रयोग कर दिल्ली में स्थित एक ट्रस्ट के सदस्यों से मेलजोल बढाकर उन्हें शिक्षण संस्थान के लिए जम़ीन खरीदवाने के लिए प्रोत्साहित किया और उसके बदले में पांच करोड़ चालीस लाख रूपये अपने अकाउंट में लेकर धोखाधडी को अंजाम दिया।
ट्रस्ट शिक्षण संस्थान का उपयोग जरूरतमंदों को शिक्षित कर समाज की मदद करना चाहता था मणीन्द्र जैन और उनके पुत्र उदीप्त मणि जैन ने इसका फायदा उठाकर ट्रस्ट से पांच करोड़ चालीस लाख रूपये ठग लिये। लंबे समय तक ट्रस्ट द्वारा जमीन के कागज़ मांगने और ज़मीन दिलवाने के अनुरोध को मणीन्द्र जैन और उनके पुत्र उदीप्त मणि जैन टालते रहे। तब तक ट्रस्ट से पिता-पुत्र पांच करोड़ चालीस लाख रूपये अपने अकाउंट में ले चुके थे। ट्रस्ट द्वारा जमीन का सौदा न कराने पर पैसे वापसी के लिए अनुरोध करने का प्रयास किया गया। जिस पर पिता-पुत्र ने ट्रस्ट के फोन का जवाब देना एवं ट्रस्ट के सदस्यों से मिलना-जुलना भी बंद कर दिया। हारकर ट्रस्ट की और से मंदिर मार्ग, दिल्ली पर स्थित विभागिय अपराध शाखा पर एफ0आई0आर0 नम्बर 261/2018 दर्ज कराई गई थी। पुलिस ने इस मामले में जांच पूरी करने के पश्चात दिल्ली के कडकडडूमा कोर्ट में चार्जशीट धारा 406/420 IPC में दाखिल की है।