समग्र समाचार सेवा
बागेश्वर,10अप्रैल।
जिला अस्पताल बागेश्वर के स्नानागार और शौचालय में अचानक आग लगने से मरीजों में अफरातफरी मच गई। आग की घटना से अस्पताल स्टाफ हड़बड़ा गया। पत्नी का इलाज कराने जिला अस्पताल आए अग्निशमन विभाग के हेड कांस्टेबल की सूझबूझ से बड़ा हादसा होने से बच गया।
जानकारी के मुताबिक शुक्रवार दोपहर पौने 12 बजे जिला चिकित्सालय में अल्ट्रासाउंड कक्ष के पास बने स्नानागार में रखी वाशिंग मशीन में शॉर्ट सर्किट से आग लग गई। अस्पताल में आग लगने की जानकारी मिलते ही हॉस्पिटल स्टाफ ने आग पर काबू पाने की कोशिश की लेकिन आग के कारण उठे धुंएं की वजह से वो आग को बुझाने मे सफल नहीं हो पाए, तब अग्निशमन विभाग के हेड कांस्टेबल गणेश चंद्र ने तत्काल इसकी सूचना अस्पताल स्टाफ को देकर खुद मोर्चा संभाला और वहां मौजूद फायर उपकरणों की मदद से आग बुझाने का कार्य किया। अस्पताल कर्मियों ने भी बाल्टियों में पानी भरकर आग पर काबू पाने का प्रयास किया। करीब पौन घंटे की मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया गया। सूचना पर अग्निशमन कर्मी भी मौके पर पहुंचे। हादसे में वाशिंग मशीन पूरी तरह जल गई है। इसके अलावा स्नानागार की खिड़कियों को भी आग से नुकसान पहुंचा है। अस्पताल प्रबंधन के साथ ही मरीज और तीमारदारों ने अग्निशमन विभाग के हेड कांस्टेबल की तत्परता की सराहना की।
जिला अस्पताल के सीएमएस डॉ0बृजवाल ने बताया कि आग अल्ट्रासाउंड कक्ष के सामने बने टॉयलेट मे शार्ट सर्किट के कारण लगी। आग के कारण धुंआ पूरे क्षेत्र मे फैल गया था। फायर टीम के जवान गणेश चंद्र की तत्परता से बड़ा हादसा होने से बच गया है। हालांकि सूचना मिलते ही कुछ ही समय में एफएसएसओ महेश चन्द्र के निर्देशन में फायर टीम भी वहां पहुचं चुकी थी। फायर टीम द्वारा पाइप लाइन बिछाकर आग वाले कमरे को पानी से पूर्ण रूप से बुझाया गया। फायर जवान की सूझ-बूझ से बड़ा हादसा होने से टल गया। जिसकी हॉस्पिटल स्टाफ व अन्य लोगों द्वारा काफी सराहना की गई।
फायर जवान द्वारा की गई त्वरित कार्यवाही की सराहना करते हुए पुलिसअधीक्ष ने जवान को नकद पुरस्कार व प्रशस्तिपत्र से सम्मानित किये जाने की घोषणा की है।