समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली, 14मई। वैश्विक महामारी कोरोना के खिलाफ जंग में सबसे बड़ा हथियार वैक्सीन को ही माना जा रहा है। लेकिन देश में अभी तक इसकी प्रयाप्त मात्रा उपलब्ध ना होने के कारण काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। जिससे देश में वैक्सीन की मांग काफी तेज हो गई है। हालांकि वैक्सीन के उत्पादन पर अभी केंद्र सरकार ने जोर देकर भारी मात्रा में वैक्सीन की उत्पादन क्षमता को बढ़ाने का निर्देश दिया है। इसी बीच नीति आयोग के सदस्य डॉ. वीके पॉल ने वैक्सीन को लेकर एक अहम जानकारी दी है। उन्होंने कहा कि आगामी अगस्त से दिसंबर यानी कि 5 महीने के बीच देश के पास 216 करोड़ वैक्सीन डोज होंगे।
डॉ. वीके पॉल ने आगे बताया कि 216 करोड़ वैक्सीन डोज में 55 करोड़ डोज कोवैक्सीन, 75 करोड़ कोविशील्ड, 30 करोड़ बायो ई सब यूनिट वैक्सीन, 5 करोड़ जायडस कैंडिला डीएनए, 20 करोड़ नोवावैक्सीन, 10 करोड़ भारत बायोटेक नेजल वैक्सीन, 6 करोड़ जिनोवा और 15 करोड़ डोज स्पुतनिक की उपलब्ध होगी। इसके अलावा विदेशी वैक्सीन भी आ सकती है।