वरिष्ठ वायरोलॉजिस्ट शाहिद जमील ने भारतीय सार्स कोवि 2 जीनोमिक्स कंसोर्टियम के वैज्ञानिक सलाहकार समूह से दिया इस्तीफा
समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली, 17 मई। देश में कोरोना वायरस के बदलते स्वरूप और लक्षणों की पहचान करने वाले देश संघ के वैज्ञानिक सलाहकार समूह के अध्यक्ष शाहिद जमील ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। शाहिद ने ही वायरस की जीनोम संरचना की पहचान करने वाले वैज्ञानिक थे।
शाहिद के इस्तीफे को लेकर तरह-तरह की चर्चाएं चल रही हैं, लेकिन उनके इस्तीफे की मुख्य वजह केंद्र सरकार से अंदरूनी कलह को माना जा रहा है।
इससे पहले शाहिद जमील ने न्यूयॉर्क टाइम्स ऑफ अमेरिका में एक लेख लिखा था जिसमें उन्होंने कोविड के बारे में कुछ सुझाव दिए थे, लेकिन देश में नीति के कारण उन्हें लागू नहीं किया जा रहा है।
शाहिद ने अपने लेख में साफ तौर पर लिखा था कि आंकड़ों के आधार पर फैसले नहीं लिए जा रहे हैं। यही कारण है कि महामारी नियंत्रण से बाहर हो गई। हालांकि, उन्होंने अपने लेख में यह भी उल्लेख किया था कि उनके सुझावों को लेकर उनके सहयोगियों का उन्हें पूरा समर्थन है और इन लोगों का मानना है कि उनके सुझाव कोविड से लड़ने में उपयोगी हैं, लेकिन उनके सुझावों पर सरकार ने अमल नहीं किया।
शाहिद जमील ने कोरोना की रोकथाम को लेकर सरकार की आलोचना की। उन्होंने कहा था कि पहली लहर के बाद सरकार ने मान लिया था कि कोरोना खत्म हो गया है। वैज्ञानिकों के समूह ने कहा था कि अभी बहुत सतर्क रहने की जरूरत है। शाहिद जमील ने सुप्रीम कोर्ट के उस फैसले की भी आलोचना की थी, जिसमें अदालत ने ऑक्सीजन आपूर्ति के लिए एक टास्क फोर्स गठित करने का फैसला किया था।