महाराष्ट्र के अहमदनगर जिले में 8 हजार बच्चे हुए कोरोना के शिकार, क्या यह तीसरी लहर के है संकेत??

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समग्र समाचार सेवा
मुंबई, 31मई। महाराष्ट्र के अहमदनगर में सिर्फ मई के महीने में 8 हजारे से ज्यादा बच्चे कोरोना की चपेट में आ गए हैं। एक ही माह में इतने ज्यादा बच्चों का कोरोना की चपेट में बहुत ही चिंताजनक है। ऐसा प्रतीत होता है कि राज्य में तीसरी लहर की शुरूआत हो चुकी है। वैसे भी महाराष्ट्र कोरोना के सबसे ज्यादा मामलों का केंद्र माना जा रहा है क्योंकि महाराष्ट्र में अब तक अन्य राज्यों की अपेक्षा कोरोना के ज्यादा मामलें आते रहे है।
हालांकि राज्य सरकार ने तीसरी लहर से लड़ने के लिए अपनी तैयारियां शुरू कर दी हैं।
महाराष्ट्र के सांगली शहर में, विशेष रूप से बच्चों के लिए एक COVID-19 वार्ड तैयार किया जा रहा है। वर्तमान में यहां पांच बच्चों का इलाज चल रहा है और अधिक मरीजों के लिए सुविधा तैयार की जा रही है।

नगरसेवक अभिजीत भोसले ने कहा, “हमने बच्चों के लिए यह कोविड वार्ड तैयार किया है ताकि जब तीसरी लहर आए, तो हम तैयार हों। और बच्चों को यह महसूस नहीं होगा कि वे अस्पताल में हैं, बल्कि उन्हें लगेगा कि वे स्कूल या नर्सरी में हैं।”

इस महीने अहमदनगर में कम से कम 8,000 बच्चों और किशोरों के कोरोनावायरस पॉजिटिव आने पर अधिकारी चिंतित हो गए, ये जिले के लगभग 10 प्रतिशत मामले है।

जिला प्रशासन तीसरी लहर के लिए तैयार होने के लिए बाल रोग विशेषज्ञों तक पहुंच रहा है, अहमदनगर के जिला प्रमुख राजेंद्र भोसले ने कहा, “अकेले मई में 8,000 बच्चे पॉजिटिव मिले। यह चिंताजनक है।”
राज्य सरकार कोई जोखिम नहीं लेना चाहती है, उन्हें उम्मीद है कि जुलाई के अंत या अगस्त की शुरुआत में संभावित तीसरी लहर आ सकती है, जिससे अधिकारियों को तैयारी के लिए लगभग दो महीने का समय मिलेगा।
फिलहाल राज्य सरकार चाहे कैसी भी तैयारी कर ले लेकिन अगर लोगों को कोरोना से बचना है और अपनो को कोरोना से बचाना है तो खुद ही सावधानी बरतनी होगी। इसलिए बार-बार सलाह दी जाती है कि जहां तक संभव हो अपने घरों में ही ज्यादा जरूरत पड़ने पर घर से बाहर निकलना भी हो तो मास्क और दो गज की दूरी को ना भूले।

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