समग्र समाचार सेवा
पटना, 15जून। अपनी ही पार्टी में अलग-थलग पड़े लोक जनशक्ति पार्टी के नेता चिराग पासवान को आज अध्यक्ष पद से भी हटा दिया गया है। पार्टी ने सूरजभान सिंह को कार्यकारी अध्यक्ष नियुक्त किया है। इसके साथ ही उन्हें पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष की नियुक्ति के लिए चुनाव कराने का प्रभार भी दिया है।
अब चाचा-भतीजा (पशुपति पारस-चिराग पासवान) के बीच सियासी दांव-पेंच के साथ लोजपा दो खेमे में बंट चुकी है। लोजपा संसदीय दल के नये नेता पशुपति कुमार पारस ने चिराग पासवान को राष्ट्रीय अध्यक्ष पद से भी बेदखल कर दिया।
Chirag Paswan has been removed from the post of national president of Lok Janshakti Party (LJP) pic.twitter.com/LwWc6zyxRU
— ANI (@ANI) June 15, 2021
पारस खेमा ने पार्टी के वरिष्ठ उपाध्यक्ष एवं पूर्व सांसद सूरज सिंह उर्फ सूरज भान सिंह को लोजपा का राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष नियुक्त कर दिया।पारस ने बताया कि लोजपा की राष्ट्रीय कार्य समिति की बैठक में सर्वसम्मति से यह फैसला लिया गया कि पार्टी के संविधान के तहत ‘एक व्यक्ति, एक पद’ का प्रविधान सभी के लिए है। इसीलिए संविधान के आलोक में सर्वसम्मति से चिराग पासवान को राष्ट्रीय अध्यक्ष पद से हटाने का फैसला लिया गया। बैठक में यह भी निर्णय लिया गया कि राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष ही चुनाव अधिकारी रहेंगे। कार्यसमिति ने कार्यकारी अध्यक्ष सूरज भान सिंह अधिकृत किया कि पांच दिनों के अंदर राष्ट्रीय परिषद की बैठक बुलाकर राष्ट्रीय अध्यक्ष का चुनाव संपन्न कराएं।
कौन हैं सूरजभान
सूरजभान लोजपा के पुराने साथी हैं, लेकिन लंबे समय से चुनावी राजनीति से बाहर हैं। हालांकि वे पार्टी के लिए रणनीति बनाने में हमेशा अहम भूमिका अदा करते रहे हैं। उनकी गिनती बिहार के बाहुबली नेताओं में की जाती है। 5 मार्च 1965 को पटना जिले के मोकामा दियारा में उनका जन्म हुआ। एक वक्त इलाके में उनकी दहशत होती थी। बाद में वे मुख्य धारा की राजनीति में आ गए। वे विधायक और सांसद भी रह चुके हैं। वे राम विलास के महत्वपूर्ण सहयोगियों में एक रहे हैं। वे फिलहाल लोजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष थे। अब बागी गुट ने उन्हें कार्यकारी अध्यक्ष और चुनाव अधिकारी बनाया है।