समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली, 21जून। अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर एनटीपीसी गाडरवारा में वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिये योगाभ्यास किया गया। योगाभ्यास सत्र आरंभ होने के पूर्व एनटीपीसी गाडरवारा के मुख्य महाप्रबंधक श्री प्रदीप्त कुमार मिश्रा ने कहा, ‘हमारा आदर्श वाक्य शांति, सद्भाव और प्रगति के लिए योग होना चाहिए।’ इस अवसर पर सभी का अभिवादन करते हुए उन्होंने योग के संदेश का प्रचार प्रसार करने में अहम भूमिका निभाने वाले एनटीपीसी कर्मियों और सोशल मीडिया से जुड़े लोगों की सराहना की।
श्री प्रदीप्त कुमार मिश्रा ने कहा कि भारत आज आधुनिक योग के संदेश को शहरों से गांवों तक और गरीब और आदिवासी समुदाय के लोगों के घर तक पहुँचने में लगा हुआ है। योग की मूल भावना और प्राचीन भारतीय दर्शन यही है। योग एक अनुशासन और समर्पण है जिसका जीवन भर पालन किया जाना चाहिए। एनटीपीसी गाडरवारा कर्मचारियों ने परियोजना प्रमुख के नेतृत्व में अपने अपने घरों में परिवार के साथ योग की संस्कृति को संबल प्रदान किया।
इस अवसर पर योग को बढ़ावा देने के लिए अनेक कार्यक्रम जैसे भाषण प्रतियोगिता, क्विज प्रतियोगिता, आसन प्रतियोगिता का भी आयोजन किया गया।
योग का अभ्यास वर्षों से फल-फूल रहा है और शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य दोनों को बनाए रखने के लिए इसकी बेहद अहम भूमिका है। योग की प्रत्येक गतिविधि शरीर में लचीलापन, शक्ति प्रदान करने और संतुलन में सुधार करने के साथ साथ सद्भाव प्राप्त करने की कुंजी है। योग शब्द की उत्पत्ति संस्कृत के ‘युज’ शब्द से हुई है, जिसका अर्थ है ‘जुड़ना’ या ‘एकजुट होना’। शास्त्रों के अनुसार, योग मन और शरीर को त्रुटि रहित सामंजस्य की ओर ले जाता है।