समग्र समाचार सेवा
मुंबई, 14जुलाई। अमृता शेरगिल भारत की सबसे मशहूर महिला कलाकार हैं। यहां तक कि भारत सरकार की तरफ से उन्हें ‘राष्ट्रीय संपत्ति’ का दर्जा दिया गया है. सरकार की तरफ से मिले इस सम्मान के चलते उनकी इस पेंटिंग को देश के बाहर ले जाना गैर-कानूनी है।
चित्रकार अमृता शेरगिल की पेंटिंग ‘इन द लेडीज एन्क्लोजर’ देश की दूसरी सबसे महंगी पेंटिंग बन गई है। मुंबई के सैफ्रनआर्ट में मंगलवार को हुई नीलामी में इसे 37.8 करोड़ रुपये में खरीदा गया। शेरगिल की सबसे महंगी कलाकृति का रिकॉर्ड इससे पहले 1934 में तैयार की गई ‘द लिटिल गर्ल इन ब्लू’ के पास था. 2018 में इस पेंटिंग की बोली 18.7 करोड़ रुपये लगाई गई थी. साल 1941 में महज 28 साल की उम्र में उनकी मौत हो गई थी।
1961 में बनाई गई उनकी पेंटिंग को सैफ्रनआर्ट में 39.98 करोड़ रुपये में खरीदा गया था।
पेंटिंग की खासियत
21.5 x 31.5 इंच के कैनवास पर तैयार की गई ‘इन द लेडीज एन्क्लोजर’ में महिलाओं का एक समूह और एक कुत्ता नजर आता है. इसमें एक हिबिस्कस का एक झाड़ भी शामिल है. पेंटिंग के बीच में एक दुल्हन सलवार कमीज में बैठी हुई है. वहीं, अन्य महिलाएं दुल्हन के बालों को बांध रही है और एक छोटी लड़की हिबिस्कस पूल को देख रही है. हालांकि, शेरगिल की कलाकृतियों में महिलाओं का ऐसा समूह दिखना आम है।
उन्होंने देशभर में कई यात्राएं की थीं. उनके काम करने के तरीके में बदलाव आया. नीले और हरे रंग की जगह लाल और कत्थई ने ले ली थी. वे अजंता और ऐलोरा और राजपूत और पहाड़ी लघु चित्रों से काफी प्रभावित हुईं. उनके काम में बदलाव की झलक इन द लेडीज एन्क्लोजर में देखी जा सकती है।
आर्टरी इंडिया का डेटा बताता है कि बीते 34 सालों में शेरगिल की 68 कलाओं की नीलामी हुई है. इसके जरिए 193.1 करोड़ रुपये एकत्र किए गए. इनमें से केवल 16 पेंटिंग की ऐसी थीं, जिन्हें कैनवास पर तैयार किया गया था.