ऑक्सीजन की कमी से मौत नहीं वाले बयान पर विपक्ष हुई लाल, राहुल गांधी, प्रियंका गांधी समेत कई विपक्षी नेताओं नें उठाए सवाल
समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली, 21 जुलाई। कोरोना संक्रमण की दूसरी के दौरान देश के कई हिस्सों से ऑक्सीजन की कमी की वजह से कोरोना मरीज की मौत होने के मामलों के बारे में केंद्र की मोदी सरकार ने राज्यसभा में बताया है कि दूसरी लहर के दौरान ऑक्सीजन की कमी से किसी की मौत की जानकारी राज्यों ने नहीं दी है। राज्यसभा में यह बयान स्वास्थ्य मंत्रालय की तरफ से कांग्रेस सांसद केसी वेणुगोपाल द्वारा राज्यसभा में पूछे गए सवाल के जवाब में दिया गया।
केंद्र के इस सवाल के बाद से देश राजनीति में हलचल सी मच गई है। एक के बाद एक विपक्षी नें लगातार केंद्र सरकार पर हमलावार है।
भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा ने आज कहा कि किसी भी राज्य ने नहीं कहा कि ऑक्सीजन की कमी से मौत हुई है। राज्यों ने मौत के बारे में कोई आंकड़ा भेजा ही नहीं तो क्या जानकारी दी जाएगी। विपक्ष इस मुद्दे पर राजनीति कर रहा है। राहुल गांधी और अरविंद केजरीवाल का दोहरा रवैया सामने आया है। राहुल गांधी इस मुद्दे पर भ्रम फैला रहे हैं। संबित पात्रा ने शिवसेना नेता संजय राउत पर भी तंज कसा। पात्रा ने कहा कि संजय राउत झूठ का सहारा लेकर लोगों को भ्रमित कर रहे हैं।
उधर, दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने बुधवार को कहा कि दिल्ली समेत पूरे देश में ऑक्सीजन की कमी से कई कोरोना रोगियों की मौतें हुई हैं। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार का यह कहना पूरी तरह से गलत है कि ऑक्सीजन संकट से किसी की मौत नहीं हुई है। दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री ने सवाल किया कि अगर ऑक्सीजन की कमी से कोई मौतें नहीं हुई थी, तो अस्पताल ऑक्सीजन की कमी के मुद्दे को लेकर हाईकोर्ट क्यों जा रहे थे।
उधर, कोविड महामारी की दूसरी लहर के दौरान ऑक्सीजन की कमी से कोई मौत नहीं होने संबंधी बयान को लेकर केंद्र सरकार तीखा प्रहार करते हुए कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी वाड्रा ने बुधवार को आरोप लगाया कि ये मौतें इसलिए हुईं क्योंकि महामारी वाले साल में सरकार ने ऑक्सीजन निर्यात बढ़ा दिया और ऑक्सीजन का परिवहन करने वाले टैंकरों की व्यवस्था नहीं की।
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने आरोप लगाया कि मौतें इसलिए हुईं क्योंकि सरकार ने ऑक्सीजन का परिवहन करने वाले टैंकरों की व्यवस्था नहीं की।
उधर संजय राउत ने कहा, ‘मैं निशब्ध हूं. इस बयान को सुनने के बाद उन परिवारों का क्या होगा, जिन्होंने ऑक्सीजन की कमी के चलते अपने करीबियों को खो दिया है।’ उन्होंने कहा, ‘सरकार के खिलाफ एक मामला दर्ज होना चाहिए। वे झूठ बोल रहे हैं। स्वास्थ्य मंत्रालय संभालने वाले मनसुख मंडाविया ने ट्वीट किया है कि राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों की तरफ से मिली रिपोर्ट्स के आधार पर डेटा तैयार किया गया था। राज्यसभा में उन्होंने यह भी कहा था कि राज्यों से सभी मामले और मौतों को दर्ज करने के लिए कहा गया है।
राहुल गांधी ने भी इस मसले पर एक ट्वीट में नरेंद्र मोदी सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने ट्वीट कर कहा कि सिर्फ ऑक्सिजन की कमी नहीं थी। संवेदनशीलता व सत्य की भारी कमी-तब भी थी, आज भी है।