समग्र समाचार सेवा
चंढीगढ़, 25अगस्त। पंजाब के सीएम अमरिंदर और नवजोत सिंह सिद्धू के बीच की तनाव खत्म होने का नाम नही ले रहा। पंजाब कांग्रेस में आपसी कलह का खुलासा तब हुआ जब लगभग 20 विधायकों ने कांग्रेस आलाकमान से अमरिंदर सिंह को मुख्यमंत्री पद से हटाने का आग्रह किया, लेकिन विरोधी नेताओं को झटका तब लगा जब इनमें से सात विधायकों ने इस फैसले में अपनी सहमति को खारिज कर दिया और खुद को इससे मामले से पूरी तरह अलग कर लिया है।
मुख्यमंत्री कार्यालय ने यह जानकारी दी। इन सात विधायकों ने बताया कि पार्टी मामलों पर चर्चा कराने के लिए बुलाई बैठक में अचानक सीएम बदलनी की मांग होने लगी थी। हालांकि ये सात विधायक मुख्यमंत्री अमरिंदर के साथ खड़े हैं। इन सातों नेताओं ने मुख्यमंत्री के नेतृत्व में अपना पूरा विश्वास जताया। पार्टी में तथाकथित विद्रोह से खुद को दूर करने वाले पंजाब कांग्रेस के नेताओं में कुलदीप वैद, दलवीर सिंह गोल्डी, संतोख सिंह भलाईपुर, अजीत सिंह मोफर, अंगद सिंह, राजा वारिंग और गुरकीरत सिंह कोटली शामिल हैं।
बता दें कि चार मंत्रियों और लगभग 20 विधायकों ने कैप्टन अमरिंदर को सीएम पद से हटाने की मांग की थी और कहा जा रहा था कि ये विधायक पार्टी आलाकमान से मिलकर को सीएम को बदलने की मांग करने वाले हैं।