समग्र समाचार सेवा
मुंबई, 6सितंबर। महाराष्ट्र के पूर्व गृह मंत्री अनिल देशमुख की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही है। प्रवर्तन निदेशालय ने देशमुख के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग के मामले में लुकआउट नोटिस जारी किया है।
बता दें कि इस मामले में सीबीआई नें भ्रष्टाचार और अपने पद का गलत इस्तेंमाल करने करने के आरोप में 21 अप्रैल को देशमुख के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की थी जिसके बाद ईडी ने पूर्व मंत्री और एस मामलें में शामिल अन्य लोगों के खिलाफ जांच शुरू की थी।
गौरलतब है कि बीते गुरुवार को महाराष्ट्र के पूर्व गृहमंत्री अनिल देशमुख ने अपने खिलाफ दर्ज धनशोधन मामले में ईडी द्वारा जारी समन के खिलाफ बांम्बे हाईकोर्ट में याचिका दायर कर उसे रद्द किए जाने और जांच का जिम्मा मुंबई के बाहर के ईडी के अधिकारियों की एसाआईटी को सौंपने का अनुरोध किया था। देशमुख ने कोर्ट से यह भी अनुरोध किया था कि उनके बयान डिजिटल तरीके से दर्ज किए जाएं।
ईडी के अनुसार, राज्य के गृह मंत्री के रूप में सेवा देते हुए अनिल देशमुख ने कथित तौर पर अपने पद का दुरुपयोग किया और बर्खास्त पुलिस अधिकारी सचिन वाजे के जरिए मुंबई में विभिन्न बार और रेस्तरां से 4.70 करोड़ रुपए एकत्र किए।
Enforcement Directorate issued a lookout notice against former Maharashtra Home Minister Anil Deshmukh in connection with a money laundering case
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— ANI (@ANI) September 6, 2021
ईडी ने इस मामले में अब तक दो लोगों- संजीव पलांडे (अतिरिक्त कलेक्टर रैंक के अधिकारी, जो देशमुख के निजी सचिव के रूप में काम कर रहे थे) और कुंदन शिंदे (देशमुख के निजी सहायक) को गिरफ्तार किया है। पलांडे ने भी ईडी द्वारा उनके खिलाफ दर्ज की गई प्रवर्तन मामला सूचना रिपोर्ट (ईसीआईआर) को चुनौती देते हुए हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाया है। पलांडे की याचिका पर न्यायमूर्ति एस एस शिंदे और न्यायमूर्ति एनजे जमादार की खंडपीठ समयानुसार सुनवाई करेगी। प्रवर्तन निदेशालय ने पिछले महीने ही मुंबई की विशेष अदालत में इन दोनों के खिलाफ अभियोजन के लिये अपनी शिकायत (आरोप पत्र के समान) दाखिल की है।