समग्र समाचार सेवा
लखनऊ, 23सितंबर। उत्तर प्रदेश एटीएस ने भारत के सबसे बड़े धर्म परिवर्तन सिंडिकेट का भंडाफोड़ करने के मामले में मुजफ्फरनगर निवासी मौलाना कलीम सिद्दीकी को गिरफ्तार किया है। पुलिस के अनुसार, मौलाना कलीम जामिया इमाम वलीउल्लाह ट्रस्ट चलाता है जो कई मदरसों को फंड करता है जिसके लिए उसे भारी विदेशी फंडिंग मिली। मौलाना इन मदरसों की आड़ में लोगों को मानवता का संदेश देने के बहाने जन्नत और नर्क जैसी चीजों का लालच और डर दिखाकर इस्लाम कबूल करने के लिए मजबूर करता था और बाद में उन्हें दूसरे लोगों का धर्मांतरण करने के लिए प्रशिक्षित भी करता था। उत्तर प्रदेश के एडीजी (लॉ एंड ऑर्डर) प्रशांत कुमार ने कहा कि जांच से पता चलता है कि मौलाना कलीम सिद्दीकी के ट्रस्ट को बहरीन से 1.5 करोड़ रुपये सहित विदेशी फंडिंग में 3 करोड़ रुपये मिले।
इस मामले की जांच के लिए एटीएस की छह टीमों का गठन किया गया है।
उत्तर प्रदेश एटीएस के महानिरीक्षक जीके गोस्वामी ने बताया कि सिंडिकेट ने भारत में करीब 1000 लोगों का धर्म परिवर्तन किया है।
एटीएस अधिकारियों ने बताया कि मौलाना की संदिग्ध गतिविधियों को देखते हुए काफी समय से उस पर नजर रखी जा रही थी जिसके बाद उसे गिरफ्तार किया गया है। मौलाना कलीम से एटीएस अधिकारी पूछताछ कर रहे हैं।
कौन है मौलाना कलीम सिद्दीकी
मौलाना कलीम सिद्दीकी का इसके मजहब के लोग काफी तारीफें करते है। इनके जुबान से बस मुहब्बत के शब्द ही निकलते और काफी पढ़े लिखे भी बताए जाते हैं। कहते हैं मेरठ से बीएससी की डिग्री ली हुई है और उम्र यही कुछ 63-64 साल की हो चुकी है, लेकिन मौलाना कलीम सिद्दीकी जिहादी तबीयत के हैं। इनका मानना है कि हर दिन एक लाख 24 हजार लोग नरक की आग में जल जा रहे हैं। इनका कहना है कि मुसलमान बन जाओ और जन्नत पाओ।
बता दें कि मौलाना कलीम सिद्दीकी का टारगेट तो इनका पूरी धरती को मुसलमान बनाने का है, लेकिन भारत में अब तक 5 लाख से ज्यादा अवैध धर्मांतरण करा चुके हैं। धर्मांतरण के लिए कोई भी नियम कानून विधान संविधान की धज्जियां तक उड़ा सकते हैं