पूज्य बाबूजी से “गरीबों की सच्ची सेवा करने की प्रेरणा” मिली- ए पी पाठक

कृपया इस पोस्ट को साझा करें!

समग्र समाचार सेवा

नई दिल्ली, 2 अक्टूबर। आदरणीय स्वर्गीय पंडित बाबूमन पाठक और स्वर्गीय श्रीमती सुशीला देवी के स्मृति में उनको सच्ची श्रद्धांजलि देने हेतु बाबु धाम ट्रस्ट के संस्थापक एपी पाठक और अध्यक्षा मंजुबाला पाठक ने बाबु धाम ट्रस्ट के बैनर तले दिल्लीमें एम्स के पास गरिबों के बीच पका पकाया भोजन वितरित किया गया।
साथ ही अपने मातृभूमि चंपारण के बड़गो में ब्राह्मणों को खाना खिलाया , दान दिया और साथ ही हज़ारों गरीबों को भोजन कराया।
अपने वक्तव्य में एपी और मंजुबाला पाठक ने कहा की आदरणीय बाबुजी स्वर्गीय बाबूमन पाठक और माताजी स्वर्गीय सुशीला देवी के इक्षानुसार ही उनके अधुरे कार्यों को पुरा करने के लिए बाबु धाम ट्रस्ट की स्थापना हुई। बाबुजी ने चंपारण के जरूरतमंदों और गरीबों की अनवरत सेवा किया है।
एपी पाठक ने कहा की स्वर्गीय बाबूजी ने हमारे तत्कालिन पटना आवास को गरीबों के लिए रैन बसेरा बना रखा था जहां लोग पटना में ईलाज के लिए निःशुल्क रहते थे साथ ही लोगों की सारी जरूरतें बाबुजी द्वारा पूरी होती थी।
बाबुजी ने अपने अथक प्रयास से समाज की भलाई के लिए अनेकों कार्य किया। ग्राम भ्रमण में बाबुजी गरीबों, जरूरतमंदों को आर्थिक और अन्य मदद दिया करते थे। ट्रस्ट द्वारा संचालित” कम्यूनिटी किचन “जिसमे कार्यकर्ता खुद भोजन तैयार कर गरीबों में वितरित करते हैं कार्यक्रम को एपी पाठक ने नेक कार्य बताया और अपने बाबुजी और माताजी की स्मृति में गरीबों के बीच भोजन बंटवाकर उनको सच्ची श्रद्धांजलि दिया।
स्वर्गीय माता पिता को याद करते हुए पाठक जी भावुक हो गए। एपी और मंजुबाला पाठक ने पुनः अनवरत गरिबों की सेवा करने का संकल्प दोहराया।
आपको बताते चले की ट्रस्ट ने गरिबों पिछड़ों महिलाओं , बुर्जुगों के हित के लिए चंपारण सहित देश स्तर पर कार्य किया।लोगों को मदद ट्रस्ट द्वारा पिछले एक दशक से जो दी जा रहीं है वो सब स्वर्गीय बाबूमन पाठक की अच्छे संस्कारों और विचारों की देन है जो उन्होंने अपने पुत्र एपी पाठक को दिया है।
स्वर्गीय बाबूमन पाठक ने गांधीजी को अपना आदर्श मानते हुए ग्राम विकास के संकल्प को अपने मातृभूमि चंपारण में दोहराया। स्वर्गीय बाबूमन पाठक ने अपने तत्कालीन मुख्यमंत्री बिहार , स्वर्गीय विंदेश्वरी दुबे के साथ रहते हुए उस समय सैकड़ों लोगों को रोज़गार दिलवाने के मदद किया ,
इसी कड़ी को आगे बढ़ाते हुए एपी पाठक ने चंपारण के युवाओं को रोज़गार और शिक्षा में अनवरत मदद किया है।आज पितृपक्ष में स्वर्गीय बाबूमन पाठक के पदचिन्हों पर चलते हुए पुत्र एपी पाठक ने दिल्ली में गरीबों के बीच भोजन बंटवाकर लोगों का सेवा कर अपने स्वर्गीय माता पिता को सच्ची श्रद्धांजलि दी।

 

कृपया इस पोस्ट को साझा करें!
Leave A Reply

Your email address will not be published.