गृह मंत्री अमित शाह ने अंडमान निकोबार द्वीपसमूह के नेताजी सुभाष चंद्र बोस द्वीप से किया विभिन्न विकास परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास

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समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली, 17अक्टूबर। केन्द्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री श्री अमित शाह ने आज अंडमान निकोबार द्वीपसमूह के नेताजी सुभाष चंद्र बोस द्वीप से विभिन्न विकास परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास किया। श्री अमित शाह ने रानी लक्ष्मीबाई द्वीप, शहीद द्वीप इको टूरिज़्म प्रोजेक्ट, स्वराज द्वीप वाटर एयरोड्रम और अन्य विकास परियोजनाओं का हवाई सर्वेक्षण भी किया। इस अवसर पर अंडमान तथा निकोबार द्वीप समूह के उपराज्यपाल एडमिरल (सेवानिवृत्त) डी के जोशी और केन्द्रीय गृह सचिव समेत अनेक गणमान्य व्यक्ति भी उपस्थित थे।

श्री अमित शाह ने इस अवसर पर अपने संबोधन में कहा कि यहां आकर वे बहुत रोमांचित हैं और ये स्वाभाविक है क्योंकि सालों तक जो हमने देश को आज़ाद कराने के लिए अंग्रेज़ों के ख़िलाफ़ लड़ाई लड़ी, उसका पूर्ण स्वराज भले ही 1947 में मिला हो, मगर 1943 में भारत के इस हिस्से को दो साल के लिए अंग्रेज़ों के चंगुल से मुक्त कराने का काम नेता जी सुभाष चंद्र बोस ने किया था। उन्होंने कहा कि देशभर के देशभक्तों, विशेषकर युवा पीढ़ी के लिए, ये बहुत महत्वपूर्ण स्थान बनना चाहिए क्योंकि यहीं पहली बार नेता जी ने दो रातें गुज़ारी थीं और यहीं पहली बार नेताजी ने तिरंगा फहराया था।

श्री अमित शाह ने कहा कि अंडमान निकोबार अपने आप में आज़ादी के आंदोलन का तीर्थस्थान है और देश के हर युवा को कालापानी की सज़ा भोगने वालों की यातनाओं को जानना, समझना और देखना चाहिए। देश की युवा पीढ़ी इस सेल्युलर जेल को, जहां वीर सावरकर दस साल रहे, भाई परमानंद रहे, सान्याल जी रहे, एक बार देखेगी तो उन्हें पता चलेगा कि जिस आज़ाद भारत में हम सांस ले रहे हैं, उसके लिए कितनी बड़ी क़ीमत चुकाई है। उन्होंने कहा कि जब तक सेल्युलर जेल में जाकर कोई यातनाओं का चित्रण और वर्णन नहीं देखता, तब तक इसकी कल्पना ही नहीं की जा सकती कि इतनी घोर यातनाएं सहने के बाद भी वे आज़ादी के लिए लड़ते रहे।

श्री अमित शाह ने कहा कि सुभाष बाबू और सरदार पटेल, आज़ादी के आंदोलन के दो ऐसे व्यक्तित्व थे। आज सुभाष बाबू को पूरे देश सम्मान के साथ याद करे, ऐसी व्यवस्था यहां हम करने वाले हैं और इसीलिए जहां सुभाष बाबू ने ध्वज फहराया था, वहीं पर आज़ादी के 75 साल पूरे होने पर मोदी जी ने एक बहुत बड़ा तिरंगा लगाकर एक बहुत बड़ा पर्यटन स्थल भी बनाया है और देशभक्ति की जागृति का एक ऊर्जा केन्द्र भी बनाया है। आने वाले दिनों में इस द्वीप को भी हम विकसित करने वाले हैं और सुभाष बाबू का एक भव्य स्मारक यहां बने, ऐसी व्यवस्था करेंगे। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने सुभाष बाबू के जन्मदिन 23 जनवरी को पराक्रम दिवस के रूप में देशभर में मनाने की घोषणा भी की है और देशभर की सरकारें और केन्द्र सरकार आज पराक्रम दिवस मना रही हैं।
श्री अमित शाह ने कहा अंडमान निकोबार दीपसमूह आजादी के दीवानों का महातीर्थ है और अब युवा पीढ़ी के लिए यह तीर्थ स्थान बन जाए, हमने इस प्रकार की सभी उत्कृष्ट सुविधाएं यहाँ उपलब्ध कराने का निर्णय और संकल्प किया है। उन्होंने कहा कि सुभाष बाबू की कीर्ति और पराक्रम को यह देश युगों युगों तक याद करे इसके लिए हम अंडमान निकोबार में उनका एक स्मारक बनाएंगे।

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