किसान आंदोलन: 14 जिलों में खास सतर्कता के साथ यूपी में अलर्ट, लखनऊ में लगाई गई धारा 144

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समग्र समाचार सेवा
रायपुर, 18 अक्टूबर। संयुक्त किसान मोर्चा की तरफ से सोमवार को रेल रोको आंदोलन की घोषणा को देखते हुए प्रदेश में अलर्ट जारी कर दिया गया है। तीनों कृषि कानूनों के विरोध में घोषित प्रदर्शन के इस कार्यक्रम के कारण प्रदेश के 14 जिलों में खास सतर्कता बरती जा रही है। पुलिस के वरिष्ठ अफसर इन जिलों में पहले से कैम्प कर रहे हैं। पुलिस व पीएसी के साथ ही जीआरपी और आरपीएफ को भी सुरक्षा प्रबंधों में तैनात किया गया है।

मोर्चा ने सोमवार को देश भर में सुबह 10 से शाम चार बजे तक रेल-पटरियों पर धरना देकर ट्रेनें रोकने का ऐलान किया है। प्रदेश के एडीजी कानून-व्यवस्था प्रशांत कुमार ने कहा कि जिलों के अफसरों को किसान संगठनों के प्रतिनिधियों से बातचीत कर शांति व्यवस्था बनाए रखने के निर्देश दिए गए हैं। आंदोलन में अराजकतत्वों के घुसने की आशंका को देखते हुए संवेदनशील जिलों में अतिरिक्त पुलिस बल की तैनाती भी की गई है।

इससे पहले शासन के गृह विभाग ने पर्याप्त पुलिस बल की तैनाती करते हुए सेक्टर व्यवस्था लागू करने के निर्देश दिए थे। साथ ही प्रदेश के 14 संवेदनशील जिलों 20 वरिष्ठ पुलिस अफसरों की तैनाती की गई है। इनमें लखीमपुर खीरी, बरेली, मेरठ, बहराइच, गाजियाबाद, शामली, पीलीभीत, मुजफ्फरनगर, अमरोहा, शाहजहांपुर, मुरादाबाद, बिजनौर, रामपुर व बागपत शामिल है। लखीमपुर खीरी जिले में डीआईजी उपेन्द्र अग्रवाल समेत 10 राजपत्रित पुलिस अधिकारी तीन अक्तूबर से ही तैनात हैं।

गृह विभाग ने लेखपाल व कांस्टेबल से लेकर डीएम व एसपी तक को किसानों से संवाद स्थापित करने का निर्देश दिया है। स्पष्ट निर्देश दिए गए हैं कि कहीं भी भीड़ इकट्ठा न हो और जो भी संवेदनशील स्थान हैं, वहां पर्याप्त सुरक्षा बल लगाया जाए। जिन जिलों से लगे अन्य प्रदेश के बार्डर हैं, वहां निकटवर्ती जिले के डीएम व एसपी से वार्ता कर कानून-व्यवस्था की स्थिति बनाए रखने के निर्देश दिए गए हैं। इसी तरह जिन जिलों से लोगों का इकट्ठा होना संभावित है, वहां से संबंधित मार्गों पर सुरक्षा व्यवस्था एवं बैरियर स्थापित करने को कहा गया है। शासन के गृह विभाग और डीजीपी मुख्यालय के कंट्रोल रूम से भी नजर रखी जा रही है।

किसान संगठनों द्वारा बुलाए गए रेल रोको आंदोलन में अगर उपद्रव किया तो ऐसे लोगों के खिलाफ पुलिस कड़ी कार्रवाई करेगी। लखनऊ पुलिस ने ज़िले में सीआरपीसी की धारा 144 लगाई है, अगर कोई सामान्य स्थिति को बाधित करने की कोशिश करता है तो उस पर एनएसए लगाया जाएगा।

भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत ने कहा कि-ये अलग-अलग ज़िलों में अलग-अलग जगह होगा।. पूरे देश में वहां के लोगों को पता रहता है ​कि हमें कहां ट्रेन रोकनी है। भारत सरकार ने अभी हमसे कोई बात नहीं की है।

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