अश्विन पूर्णिमा आज, जानें आज का शुभ मुहूर्त और इसका महत्व

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समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली, 20अक्टूबर। आज 20 अक्टूबर को हिंदू पंचांग के अनुसार बुधवार है। ये दिन भगवान गणेश को समर्पित माना गया है। इस दिन गणपति पूजन से जीवन से सभी तरह के विघ्न दूर होते हैं।

पूर्णिमा – 08:26 पी एम तक

आज सूर्योदय-सूर्यास्त और चंद्रोदय-चंद्रास्त का समय
सूर्योदय का समय : 06:25 ए एम
सूर्यास्त का समय : 05:46 पी एम
चंद्रोदय का समय: 05:50 पी एम
चंद्रास्त का समय : चंद्रास्त नहीं

नक्षत्र :
रेवती – 02:02 पी एम तक

आज का करण :
विष्टि – 07:41 ए एम तक
बव – 08:26 पी एम तक

आज का योग
हर्षण – 08:40 पी एम तक

आज का वार : बुधवार

आज का पक्ष : शुक्ल पक्ष

हिन्दु लूनर दिनांक
शक सम्वत:
1943 प्लव

विक्रम सम्वत:
2078 आनन्द

गुजराती सम्वत:
2077 परिधावी

चन्द्रमास:
आश्विन – पूर्णिमान्त
आश्विन – अमान्त

आज का शुभ मुहूर्त
अभिजीत मुहूर्त कोई नहीं रहेगा. अमृत काल 11:27 ए एम से 01:10 पी एम तक रहेगा।

आज का अशुभ मुहूर्त
दुर्मुहूर्त 11:43 ए एम से 12:28 पी एम तक रहेगा। वर्ज्य मुहूर्त नहीं रहेगा. राहुकाल 12:06 पी एम से 01:31 पी एम रहेगा. गुलिक काल 10:40 ए एम से 12:06 पी एम तक रहेगा, वहीं यमगण्ड 07:50 ए एम से 09:15 ए एम तक रहेगा।

वैसे तो हर माह में पड़ने वाली पूर्णिमा की तिथि का महत्व होता है, लेकिन अश्विन माह में आने वाली पूर्णिमा शरद पूर्णिमा के नाम भी मनाई जाती है. कोजागरी और कुन्नर भी इसी पूर्णिमा के अलग-अलग नाम हैं. इस पूर्णिमा को फसलों के उत्सव के रूप में भी मनाया जाता है. माना जाता है कि अश्विन माह में आने वाली पूर्णिमा पर चंद्रमा धरती के ज्यादा पास आ जाता है,जिसकी वजह से उसकी रोशनी में औषधीय गुण भी बढ़ जाते हैं. यही वजह है कि शरद पूर्णिमा के चांद को खीर का भोग लगाया जाता है और खीर भी रात भर खुले में रखी जाती है. मान्यता है कि शरद पूर्णिमा के गुण दूध में समाकर उसे औषधीय बना देंगे. इस साल शरद पूर्णिमा आज 20 अक्टूबर को मनाई जा रही है. पूर्णिमा रात सात बजे से शुरू होगी और अगले दिन सुबह आठ बजकर 20 मिनट तक जारी रहेगी।

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