देश में बढ़ रहा ओमिक्रोन का खतरा, यहां जानें कौन बन रहा इसका शिकार

कृपया इस पोस्ट को साझा करें!

समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली,2 दिसंबर। कोविड-19 संक्रमण के ओमिक्रॉन वैरिएंट ने दुनियाभर की चिंताएं बढ़ा दी हैं। ये वायरस कितना खतरनाक है और क्या वैक्सीन के खिलाफ शत प्रतिशत कारगर है, इसपर लगातार वैज्ञानिक शोध कर रहे हैं। इस बीच दक्षिण अफ्रीका के प्रमुख वैज्ञानिकों ने इस संबंध में अहम जानकारी दी है. उन्होंने कहा कि ये कहना है अभी जल्दबाजी होगी कि कोविड-19 का ओमिक्रॉन वैरिएंट सिर्फ हल्की बीमारी का कारण बनेगा। वैज्ञानिकों ने कहा कि कोरोना वायरस स्ट्रेन के सही प्रभाव तय करना अभी मुश्किल है क्योंकि इसने अब तक ज्यादातर युवाओं को प्रभावित किया है, जो बीमारी से लड़ने में अधिक सक्षम है। इनमें कुछ लोग वायरस की जद में आने के बाद बीमार पड़ जाते हैं। वैज्ञानिकों ने सांसदों को दिए प्रेजेंटेशन में ये जानकारी दी।

मालूम हो कि इससे पहले नेशनल इंस्टीट्यूट फॉर कम्युनिकेबल डिजीज ने बताया कि पिछले 24 घंटों में दक्षिण अफ्रीका में नए पॉजिटिव मामलों की संख्या दोगुनी हो गई. इसके अलावा देश में ओमिक्रॉन वैरिएंट देश में अब तक का प्रमुख स्ट्रेन है. मामले में पब्लिक हेल्थ सर्विलांस एंड रिस्पॉन्स के प्रमुख माइकल ग्रूम ने सांसदों को बताया- संक्रमण का नया स्वरूप अधिकतर कम उम्र वालों लोगों में फैला है. मगर हम इस मामले में अधिक उम्र वाले लोगों में भी निगरानी कर रहे हैं। बता दें कि 25 नंवबर, 2021 को दक्षिणी अफ्रीकी सरकार और वैज्ञानिकों ने देश को जानकारी दी कोरोना वायरस का नया वैरिएंट (जिसे बाद में विश्व स्वास्थ्य संगठन ने ओमिक्रॉन का नाम दिया) मिला है। नए वैरिएंट के मामले सामने आने के बाद कई दक्षिण अफ्रीकी देशों पर यात्रा प्रतिबंध लगाए गए है।

कृपया इस पोस्ट को साझा करें!
Leave A Reply

Your email address will not be published.