यूपीए क्या है, अब यूपीए का कोई अस्तित्व नहीं है- ममता बनर्जी

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समग्र समाचार सेवा
मुंबई, 2 दिसंबर। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी विपक्ष के प्रमुख चेहरे के रूप में उभकर सामने आ रही हैं। बुधवार को ममता मुंबई में थीं और वहां उन्होंने NCP प्रमुख शरद पवार से मुलाकात की। उन्होंने स्पष्ट संकेत दिए कि वह एक नया विपक्ष बनाना चाहती हैं। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि वह ऐसा करना चाहती हैं, क्योंकि कांग्रेस ‘मौजूदा फासीवादी‘ सरकार के खिलाफ नहीं लड़ रही है। बुधवार दोपहर को उन्होंने शरद पवार से मुलाकात के दौरान कहा, यूपीए क्या है, अब यूपीए का कोई अस्तित्व नहीं है। यही नहीं शरद पवार ने भी ममता बनर्जी से मुलाकात को 2024 की तैयारी बताया। ममता बनर्जी की इस तरह की बयानबाजी पर कांग्रेस नेतृत्व भी भड़का हुआ दिखाई दिया।

कांग्रेस नेतृत्व और खासकर पार्टी नेता राहुल गांधी पर कटाक्ष करने को लेकर तृणमूल कांग्रेस प्रमुख ममता बनर्जी पर पलटवार करते हुए कांग्रेस ने कहा कि वह राजनीति पार्टी जो सिर्फ अपने बारे में सोचती है वह केंद्र में सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी को नहीं हरा सकती। कांग्रेस ने यह भी कहा कि ऐसा प्रदर्शन अनुपयोगी साबित होगा और यह केंद्र की बीजेपी की अगुआई वाली सरकार की मदद ही करेगा।

दिन में मुंबई में आयोजित एक कार्यक्रम में तृणमूल कांग्रेस प्रमुख ने कहा कि राजनीति के लिए लगातार प्रयास आवश्यक हैं. राहुल गांधी पर परोक्ष रूप से निशाना साधते हुए पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा था, ‘‘आप ज्यादातर समय विदेश में नहीं रह सकते हैं।’

नागरिक समूह के सदस्यों के साथ बातचीत के दौरान ममता बनर्जी ने दावा किया कि उन्होंने विपक्ष को दिशा दिखाने के लिए सिविल सोसायटी के प्रतिष्ठित लोगों की एक सलाहकार समिति गठित करने की सलाह कांग्रेस को दी थी, लेकिन यह योजना परवान नहीं चढ़ी। एनसीपी प्रमुख शरद पवार से मुलाकात के दौरान बनर्जी ने कहा कि अब ‘‘कोई संप्रग’’ नहीं है।
ममता बनर्जी का नाम लिए बगैर उनपर पलटवार करते हुए कांग्रेस विधायक दल के नेता और महाराष्ट्र के राजस्व मंत्री बालासाहेब थोराट ने कहा कि कांग्रेस ने बीजेपी और केंद्र सरकार के ‘अत्याचार’ के खिलाफ जो लड़ाई शुरू की है उसे पूरा देश जानता है।

उन्होंने एक बयान में कहा, ‘‘राहुल गांधी की प्रत्यक्ष या परोक्ष रूप से आलोचना करके कोई भी पार्टी बीजेपी के खिलाफ नहीं लड़ सकती है, खासतौर से अगर वह अपने राजनीतिक फायदों और व्यक्तिगत महत्वाकांक्षा के बारे में सोच रही है तो. कांग्रेस देश और लोकतंत्र के लिए एकमात्र विकल्प है.’’

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