समग्र समाचार सेवा
वाराणसी, 17 दिसंबर। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए वाराणसी में अखिल भारतीय महापौर सम्मेलन का उद्घाटन किया।
पीएम मोदी ने कहा कि हर वर्ष सात दिन के लिए नदी उत्सव मनाएं। पूरे नगर को उसमें जोड़ें। अनेक शहर किसी न किसी नदी के तट पर हैं लेकिन काल क्रम में नदी किसी तरह तबाह हो गई। सिर्फ बरसाती होकर रह गई। इस नदी के प्रति संवेदनशील अप्रोच अपनाना चाहिए। आज दुनिया जल संकट, ग्लोबल वार्मिग की बात करती है और हम नदी की बात न करें तो कैसै लड़ सकते हैं। सफाई करें, इतिहास पर चर्चा करें। उसके तट पर हुई घटनाओं के बारे में बात करें, कवि सम्मेलन समेत समारोह आयोजित करें।
महापौर सम्मेलन में विभिन्न राज्यों के 120 महापौर भाग ले रहे हैं। सम्मेलन का विषय ‘न्यू अर्बन इंडिया’ है।
सम्मेलन से पहले, प्रधान मंत्री कार्यालय ने कहा था कि शहरी क्षेत्रों में जीवन को आसान बनाने के लिए प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी का निरंतर प्रयास रहा है।
सरकार ने जीर्ण-शीर्ण शहरी बुनियादी ढांचे और सुविधाओं की कमी के मुद्दों को हल करने के लिए कई योजनाएं और पहल शुरू की हैं।
पीएमओ ने कहा, “इन प्रयासों का एक विशेष फोकस उत्तर प्रदेश राज्य रहा है, जिसने विशेष रूप से पिछले पांच वर्षों में शहरी परिदृश्य की जबरदस्त प्रगति और परिवर्तन देखा है।”
शहरी विकास के क्षेत्र में भारत सरकार और उत्तर प्रदेश सरकार की प्रमुख उपलब्धियों को प्रदर्शित करने के लिए 17 से 19 दिसंबर तक एक प्रदर्शनी भी आयोजित की जा रही है।
पीएम मोदी ने कहा कि हमारे देश में ज़्यादातर शहर पारंपरिक शहर ही हैं, पारंपरिक तरीके से ही विकसित हुए हैं। आधुनिकीकरण के इस दौर में हमारे इन शहरों की प्राचीनता भी उतनी ही अहमियत है। हमारा शहर स्वच्छ रहे और स्वस्थ भी रहे, ये हमारा प्रयास होना चाहिए। शहर का विकास जन भागीदारी से होना चाहिए।