समग्र समाचार सेवा
हरिद्वार, 24दिसंबर। मुसलमानों के खिलाफ नरसंहार और हथियारों के इस्तेमाल के खुले आह्वान पर सोशल मीडिया पर नाराजगी और निंदा के बाद हरिद्वार में एक धार्मिक सम्मेलन में अभद्र भाषा के संबंध में मामला दर्ज किया गया है। घटना के चार दिन बाद दायर की गई पहली सूचना रिपोर्ट में सिर्फ एक व्यक्ति का नाम है – एक मुसलमान जो हाल ही में अपना धर्म बदलकर हिंदू धर्म अपनाया है। इस मामले में अभी तक किसी को गिरफ्तार नहीं किया गया है।
बता दें, 17 से 20 दिसंबर के बीच आयोजित इस धर्म संसद के भाषण की क्लिप को सोशल मीडिया पर प्रसारित किया गया और पूर्व सैन्य प्रमुखों, कार्यकर्ताओं और यहां तक कि अंतरराष्ट्रीय टेनिस दिग्गज मार्टिना नवरातिलोवा ने भी तीखी आलोचना की।
तृणमूल कांग्रेस के नेता और आरटीआई कार्यकर्ता साकेत गोखले की शिकायत के बाद दर्ज की गई पहली सूचना रिपोर्ट में एक जितेंद्र नारायण उर्फ वसीम रिजवी का नाम है, जो पहले उत्तर प्रदेश के शिया वक्फ बोर्ड के अध्यक्ष थे। प्राथमिकी में कहा गया है कि उन्होंने और अन्य ने कॉन्क्लेव में “इस्लाम के खिलाफ अपमानजनक और भड़काऊ बयान” दिया है।
उत्तराखंड पुलिस ने एक ट्वीट करके बताया कि एक धर्म विशेष के खिलाफ भड़काऊ भाषण देकर नफरत फैलाने के लिए सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे वीडियो का संज्ञान लेते हुए वसीम रिजवी उर्फ जितेंद्र नारायण त्यागी व अन्य के खिलाफ कोतवाली हरिद्वार में आईपीसी की धारा 153ए के तहत मामला दर्ज कर कानूनी कार्रवाई की जा रही है. प्रगति पर है।”
सोशल मीडिया पर धर्म विशेष के खिलाफ भड़काऊ भाषण देकर नफरत फैलाने संबंधी वायरल हो रहे वीडियो का संज्ञान लेते हुए वसीम रिजवी उर्फ जितेंद्र नारायण त्यागी एवं अन्य के विरुद्ध कोतवाली हरिद्वार में धारा 153A IPC के अंतर्गत मुकदमा पंजीकृत किया गया है और विधिक कार्यवाही प्रचलित है। @ANI pic.twitter.com/0NLBwPqQhV
— Uttarakhand Police (@uttarakhandcops) December 23, 2021