समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली, 24 जनवरी। दुनियाभर में कोरोना का कहर जारी है। कोरोना के बाद ओमिक्रोन वायरस ने दुनिया को सकते में ला दिया। हालांकि ओमिक्रोन खतरा अभी कोई आखिरी खतरा नहीं है। विश्व स्वास्थ्य संगठन की मानें तो दुनिया अभी बहुत नाजुक मोड़ पर खड़ी है। इसके बाद भी कई तरह की परेशानियों का सामना दुनिया को करना पड़ सकता है। विश्व स्वास्थ्य संगठन के महानिदेशक टेड्रोस अदनोम गेब्रेयेसस ने सोमवार को कहा कि वर्तमान में विश्व स्तर पर ऐसे हालात बन गए हैं जिनसे और अधिक वेरिएंट्स को उभरने में मदद मिलेगी। कहने का मतलब है कि अभी की स्थिति कोविड-19 के अन्य स्ट्रेन के पनपने के अनुकूल है।
ओमिक्रॉन बेहद खतरनाक वायरस
यह कहते हुए कि ओमिक्रॉन के मामलों में वृद्धि के बाद से दुनिया भर में 8 करोड़ से अधिक केस सामने आए हैं, जो कि साल 2020 में आए कुल मामले से अधिक हैं, डब्ल्यूएचओ प्रमुख ने कहा कि यह मौजूदा दौर में चल रही महामारी में उभरने वाला अंतिम कोविड-19 वेरिएंट नहीं होगा। हालांकि, गेब्रेयेसस ने भरोसा दिया कि कोविड-19 वैश्विक स्वास्थ्य एजेंसी और “महामारी के तीव्र चरण” को इस साल ही समाप्त किया जा सकता है।
संगठन प्रमुख ने इन बातों पर दिया जोर
उन्होंने कहा कि देशों को वृद्ध, वयस्क, स्वास्थ्य कार्यकर्ता और कमजोर व्यक्ति जैसे उच्च प्राथमिकता वाले समूहों पर ध्यान केंद्रित करते हुए अपनी कम से कम 70 फीसदी आबादी का टीकाकरण करने का लक्ष्य रखना चाहिए। गेब्रेयेसस ने आगे कहा कि देशों को कोविड-19 टेस्टिंग को बढ़ावा देने, भविष्य में और अधिक वेरिएंट्स की तलाश करने और महामारी से संबंधित समस्याओं का समाधान खोजने की जरूरत है, ना कि संकट के खत्म होने का इंतजार करने की।