समग्र समाचार सेवा
अहमदाबाद/बोटाद, 29 जनवरी। धंधुका शहर में हिंदू युवक की हत्या से फैला तनाव अब गुजरात के अन्य शहरों तक पहुंचता जा रहा है। विरोध में धंधुका, बोटाद, राणपुर में तीन दिनों से बंद है। कई हिंदू संगठनों ने आज अहमदाबाद जिले की बावला तहसील में भी बंद का ऐलान किया गया है। वहीं, राधनपुर में विरोध प्रदर्शन में शामिल हई हजारों लोगों की भीड़ बेकाबू हो गई तो मजबूरन पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा। सोशल मीडिया पर एक विवादित पोस्ट के चलते नाराज कट्टरपंथियों ने 25 जनवरी को धंधुका के किशन भारवाड की दिनदहाड़े गोली मारकर हत्या कर दी थी।
हत्या के पीछे की गुत्थी सुलझती हुई दिख रही
पुलिस ने शुक्रवार को धुंधका के रहने वाले शब्बीर उर्फ साबा दादा चोपड़ा (25) और इम्तियाज उर्फ इम्तु महेबूब पठाण (27) को गिरफ्तार किया। इनसे पूछताछ के बाद अहमदाबाद के अल्पसंख्यक बहुल जमालपुर इलाके के मौलाना मोहम्मद अयूब यूसुफभाई जावरावाला को अरेस्ट किया, जो मौलवी हैं। पुलिस ने बताया कि शब्बीर ने ही मौलवी से कहा था कि उसको (किशन) को सबक सिखाना है, आप मेरे लिए हथियार का इंतजाम करवा दो।
युवक ने 6 जनवरी को की थी सोशल मीडिया पर पोस्ट
पुलिस के अनुसार गोली बारी में मारे गए किशनभाई बोणिया (भरवाड) ने 6 जनवरी को सोशल मीडिया पर कोई विवादित पोस्ट की थी। इसको लेकर धंधुका मुस्लिम समाज द्वारा स्थानीय थाने में शिकायत दी गई थी। पुलिस ने मामले में किशन बोणिया को गिरफ्तार भी किया था, हालांकि बाद में उसे जमानत मिल गई।
ऐसा दिया गया घटना को अंजाम
किशनभाई की हत्या से चार-पांच दिन पहले शब्बीर मौलाना अयूब जावरावाला से मिलने अहमदाबाद आया था। किशन की हत्या करने के लिए वेपन की मांगा था। मौलाना ने एक पिस्टल और पांच कारतूस की व्यवस्था कर कराई थी। शब्बीर हथियार लेकर धंधुका लौटा। चार-पांच दिन तक किशन की रेकी की। 25 जनवरी को इम्तियाज पठान को साथ लेकर बाइक से निकला। इम्तियाज बाइक चला रहा था शब्बीर पीछे बैठा था। मौका मिलते ही मोढवाडा के नाके पर किशन को गोली मार कर हत्या कर दी। दो गोलियां चलाईं, जिससे किशन की मौके पर ही मौत हो गई। गृहराज्य मंत्री हर्ष संघवी के बाद लीमडी के विधायक किरीट सिंह राणा भी मृतक के परिवार को सांत्वना देने पहुंचे थे। गृहराज्य मंत्री हर्ष संघवी के बाद लीमडी के विधायक किरीट सिंह राणा भी मृतक के परिवार को सांत्वना देने पहुंचे थे।