समग्र समाचार सेवा
कोलकाता, 14 फरवरी। पश्चिम बंगाल में चार नगर निगमों के चुनाव में टीएमसी ने बड़ी जीत की ओर बढ़ रही है। यहां 12 फरवरी को मतदान हुए थे। अब तक मिली जानकारी के मुताबिक बिधाननगर नगर निगम में टीएमसी ने 41 में से 24 सीटों पर कब्जा कर लिया था वहीं 10 पर आगे चल रही थी। इस लिहाज से कहा जा सकता है कि यहां भी टीएमसी की जीत सुनिश्चित हो चुकी है।
यह मां माटी मानुष की जीतः ममता
ममता बनर्जी ने ट्वीट करके कहा, ‘एक बार फिर जीत। यह मां माटी मानुष की जीत है। मैं असनसोल, बिधाननगर, सिलिगुड़ी और चंदानगर के लोगों को दिल से बधाई देती हूं। आप सभी लोगों ने टीएमसी पर विश्वास जताया मैं इसके लिए आभारी हूं।’
12 फरवरी को चुनाव हुए थे
बता दें कि असनसोल, बिधाननगर, सिलिगुड़ी और चंदानगर में 12 फरवरी को चुनाव हुए थे। अब तक स्पष्ट हो चुके परिणामों की बात करें तो असनसोल में टीएमसी ने 43, सीपीआईएम ने दो, भाजपा ने तीन और कांग्रेस ने एक सीट पर जीत दर्ज की। सिलीगुड़ी में मेयर रहे अशोक भट्टाचर्जी भी चुनाव हार गए। वह लेफ्ट के जानेमाने नेता हैं।
उप्र में की थी अखिलेश की तरफदारी
समाजवादी पार्टी (सपा) के लिए प्रचार करने पिछले सप्ताह उत्तर प्रदेश गयीं टीएमसी सुप्रीमो ने कहा था कि उनकी पार्टी ने उस राज्य में ”वृहद हित” को ध्यान में रखते हुए चुनाव न लड़ने का फैसला किया। बनर्जी ने पत्रकारों से कहा, ”टीएमसी ने उत्तर प्रदेश में कोई उम्मीदवार खड़ा नहीं किया क्योंकि मैं नहीं चाहती कि अखिलेश यादव (सपा प्रमुख) किसी भी सीट पर कमजोर पड़ें। चुनाव के पहले चरण में मुझे उम्मीद है कि अखिलेश की पार्टी 57 में से 37 सीटों पर जीत दर्ज करेगी।”
भाजपा ने देश के संविधान को ध्वस्त कर दिया
उन्होंने आरोप लगाया कि भारतीय जनता पार्टी की अगुवाई वाली केंद्र सरकार ने देश के संविधान को ”ध्वस्त” कर दिया है। बनर्जी ने कहा कि उन्होंने तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम के स्टालिन और तेलंगाना के मुख्यमंत्री केसीआर से बात की है और एक साथ मिलकर ”हम संघीय ढांचे की रक्षा करने की कोशिश कर रहे हैं।” टीएमसी सुप्रीमो ने कहा, ”मैंने कांग्रेस और मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी से भी वृहद हित में हाथ मिलाने के लिए कहा था लेकिन उन्होंने सुनी नहीं, इससे ज्यादा मैं कुछ नहीं कर सकती। मेरी किसी से भी निजी दुश्मनी नहीं है।”