समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली, 20 फरवरी। केंद्र सरकार ने आम आदमी पार्टी के पूर्व नेता कुमार विश्वास को वाई श्रेणी की सुरक्षा देने का फैसला किया है। अब केंद्रीय सुरक्षा एजेंसी सीआरपीएफ के जरिए कुमार विश्वास को वाई श्रेणी की सुरक्षा मुहैया कराई जाएगी। विश्वास के आप संयोजक और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के खिलाफ आरोप लगाए जाने के बाद यह कदम उठाया गया है। इससे पहले शुक्रवार को केंद्र सरकार ने कुमार विश्वास की सुरक्षा की समीक्षा की थी।
केजरीवाल पर विश्वास ने लगाए थे गंभीर आरोप
विश्वास ने पंजाब में विधानसभा चुनाव के लिए प्रचार के दौरान केजरीवाल पर खालिस्तानियों का समर्थन करने का आरोप लगाया था। पंजाब विधानसभा चुनाव के लिए मतदान 20 फरवरी को होगा। आम आदमी पार्टी के संस्थापक सदस्य रहे कवि कुमार विश्वास ने पंजाब चुनाव से ठीक पहले आप और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के खिलाफ कई दावे करके सियासी गलियारों में हलचल मचा दी है। कुमार विश्वास की ओर से कहा गया कि इन आरोपों के बाद अब उन्हें धमकियां मिलनी शुरू हो गई है। कुमार विश्वास ने कहा कि जो फोन कर रहे हैं, वॉट्सऐप पर धमकियां दे रहे हैं, वो इस बात को समझ लें कि मैं धमकियों से डरने वाला नहीं हूं।
क्या होती है वाई श्रेणी की सुरक्षा?
देश में कई श्रेणियों की सुरक्षा प्रणाली है, जो खतरे को देखते हुए नेताओं या विभिन्न क्षेत्रों की हस्तियों को सरकार और पुलिस की ओर से प्रदान की जाती है। खुफिया विभाग की रिपोर्ट के आधार पर इसका आंकलन किया जाता है कि किसको किस श्रेणी की सुरक्षा प्रदान की जाएगी। देश में चार चरणों में सुरक्षा सिस्टम बंटा हुआ है, जिसमें सबसे शीर्ष पर जेड प्लस (जेड प्लस) है, जबकि इसके बाद जेड, वाई और एक्स श्रेणी की सुरक्षाएं आती हैं। कुमार विश्वास से पहले कंगना रनौत को वाई श्रेणी की सुरक्षा दी गई है। वाई श्रेणी की सुरक्षा में 11 सुरक्षाकर्मी होते हैं, जिनमें एक या दो कमांडो और पुलिस कर्मचारी भी होते हैं। सुरक्षा की जिम्मेदारी निभाने वालों में एनएसजी कमांडो से लेकर अन्य एजेंसियों से जुड़े जवान व अधिकारी शामिल होते हैं, जिनकी तैनाती खतरों को देखते हुए की जाती है।