राज्यपाल उईके ने दीक्षांत समारोह में छात्रों को 95 गोल्ड मेडल वितरित किए

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समग्र समाचार सेवा

जगदलपुर, 6 मार्च। किसी विश्वविद्यालय की डिग्री प्राप्त करना ही बेहद अहम नहीं, वरन आचार, व्यवहार व संस्कार के साथ जीवन जीना महत्वपूर्ण है। यह बात शनिवार को शहीद महेंद्र कर्मा विश्वविद्यालय के तीसरे दीक्षांत समारोह के दौरान राज्यपाल व कुलाधिपति अनुसुईया उइके ने कही। इसके पहले दीप प्रज्जलवलन की औपचारिकता के साथ कार्यक्रम की शुरूआत हुई। राष्ट्रगान व राजगीत के पहले प्रशासनिक भवन से शोभायात्रा दीक्षांत स्थल तक पहुंची। कार्यक्रम की शुरुआत में कुलगीत प्रस्तुत किया गया।

95 छात्र-छात्राओं को गोल्ड मैडल प्रदान किए गए

समारोह की मुख्य अतिथि उइके द्वारा 95 छात्र-छात्राओं को गोल्ड मैडल प्रदान किए गए। समारोह में उच्च शिक्षा मंत्री उमेश पटेल,मुख्य वक्ता प्रो अरूण कुमार सिन्हा पूर्व कुलपति पटना विवि, सांसद बस्तर दीपक बैज, राज्यसभा सांसद फूलो देवी नेताम, बविप्रा अध्यक्ष व विधायक लखेश्वर बघेल, विधायक व संसदीय सचिव रेखचंद जैन, महापौर सफीरा साहू, पूर्व मंत्री अरविंद नेताम समेत अन्य लोग मौजूद थे।

कोविड महामारी से दुनिया प्रभावित हुई

समारोह के अध्यक्षीय उदबोधन में राज्यपाल उइके ने कहा कि कोविड महामारी से दुनिया प्रभावित हुई। ऐसे कठिन हालात में विश्वविद्यालय ने छात्रों को देश के साथ खड़ा होने की प्रेरणा दी, यह हर्ष का विषय है। उन्होंने कहा कि ज्ञान की विभिन्ना शाखाएं एक-दूसरे की पूरक हैं। ज्ञान अनंत है। जीवन के अंतिम समय तक मनुष्य को सीखने की प्रक्रिया जारी रखनी चाहिए। उन्होंने स्थानीय विश्वविद्यालय को सेंट्रल यूनिवर्सिटी का दर्जा दिए जाने के लिए प्रधानमंत्री समेत केंद्र स्तर पर चर्चा करने की बात कही।

मेडिकल कालेज है लेकिन विषय विशेषज्ञ नहीं हैंयह दुर्भाग्यपूर्ण

उइके ने कहा कि बस्तर में मेडिकल कालेज है लेकिन विषय विशेषज्ञ नहीं हैं, यह दुर्भाग्यपूर्ण है। बिना चिकित्सकों की उपलब्धता के मेडिकल कालेज का कोई औचित्य नहीं है। उन्होंने इस बात पर खुशी जाहिर करते कहा कि बस्तर के पारंपरिक कलाओं का संरक्षण के लिए विश्वविद्यालय द्वारा बांस शिल्प, हस्तशिल्प व धातु शिल्प में सट्रिफिकेट दिया जाने वाला है।

शैक्षणिक विकास के लिहाज से संस्थान लगातार तरक्की कर रहाः कुलपित

स्वागत प्रतिवेदन में कुलपति प्रो शैलेंद्र कुमार सिंह ने बताया कि वर्ष 2008 में विश्वविद्यालय की स्थापना हुई थी। बस्तर में शैक्षणिक विकास के लिहाज से संस्थान लगातार तरक्की कर रहा है। अंचल में 69 फीसद आदिवासी निवास करते हैं इसलिए रोजगार को बढ़ावा देने के ध्येय से विश्वविद्यालय 12 रोजगारमूलक नए कोर्स शुरू करने की तैयारी कर रहा है। छात्राओं की सुविधा के लिए नवीन छात्रवास बनाए गए हैं।

कल्पनाशीलता ही सृजन का आधारः पूर्व कुलपति अरूण कुमार सिन्हा

मुख्य वक्ता पटना विश्वविद्यालय के पूर्व कुलपति अरूण कुमार सिन्हा ने कहा कि कल्पनाशीलता ही सृजन का आधार है। उन्होंने अलबर्ट आइंस्टीन जैसे कई वैज्ञानिकों की सफलता का राज कल्पनाशीलता बताया। सिन्हा ने कहा कि कल्पनाशीलता देशकाल की सीमाओं से परे असीम है। स्वस्थ मष्तिष्क में ही अच्छा स्वास्थ्य होने की बात कहते हुए उन्होंने युवाओं को रचनात्मक कार्यों के प्रति परिश्रम करने की नसीहत दी। कार्यक्रम के दौरान कमिश्नर बस्तर श्याम धावडे, आईजी सुंदरराज पी, कलेक्टर रजत बंसल, डीआइजी जितेंद्र सिंह मीणा समेत अन्य अधिकारी मौजूद थे।

राज्यपाल से जनप्रतिनिधियों एवं विभिन्न संगठन प्रमुखों ने की मुलाकात

राज्यपाल अनुसुईया उइके से  उनके बस्तर प्रवास के दौरान स्थानीय विश्राम भवन में जनप्रतिनिधियों एवं विभिन्न  संगठनों प्रमुखों ने भेंट की। सर्किट हाउस जगदलपुर में सर्व आदिवासी समाज, लघु कर्मचारी संघ, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता संघ, रसोईया संघ, बस्तर विश्वविद्यालय कर्मचारी संघ आदि संगठनों के प्रतिनिधियों ने राज्यपाल से भेंटकर अपनी मांगो एवं समस्याओं की ओर अपना ध्यान आकृष्ट कराया। उइके ने जनप्रतिनिधियों की मांग पर बस्तर में स्वास्थ्य सुविधाओं के विस्तार एवं समुचित संख्या में चिकित्सको की नियुक्ति हेतु प्रयास करने की बात कही।

छात्रों की घर वापसी के लिए राज्यपाल ने दी बधाई

राज्यपाल ने जगदलपुर प्रवास के दौरान आज स्थानीय विश्राम गृह में यूक्रेन से सकुशल लौटे बस्तर जिले के पांच विद्यार्थियों ने भेंट की। राज्यपाल ने विद्यार्थियों एवं उनके परिजनों को यूक्रेन से सकुशल वापसी के लिए बधाई एवं शुभकामनाएं दीं। उन्होंने  विद्यार्थियों से यूक्रेन में भारतीयों को होने वाले परेशानियों के संबंध में जानकारी ली। यूक्रेन के कीव शहर से सकुशल वापस लौटे विद्यार्थी  निहाल व दीप्ति तोमर ने राज्यपाल उइके के सहयोग के प्रति कृतज्ञता व्यक्त की। राज्यपाल उइके ने कहा कि यूक्रेन से वापस लौटे विद्यार्थियों की आगे की  पढ़ाई को पूरा  कराने के लिए  भारत शासन उचित प्रयास कर रही है। इस दौरान संभागायुक्त श्याम धावड़े, पुलिस महानिरीक्षक सुंदरराज पी, कलेक्टर रजत बंसल, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक जितेंद्र मीणा सहित वरिष्ठ अधिकारीगण उपस्थित थे।

थिंक बी के नवाचारी व्यापारी भी मिले

राज्यपाल उइके से आज जगदलपुर प्रवास के  दौरान सर्किट हाऊस में जिला प्रशासन के विशेष प्रयासों से शुरू थिंक बी के माध्यम से जुड़े नवाचारी व्यवसायियों ने मुलाकात की। इस दौरान राज्यपाल से पाचक लड्डू निर्माता किशन बघेल, साफ्टवेयर डिजायनर प्रांजल मिश्रा, मार्केटिंग मैनेजर हितेश कुमार, फ्रेगनेंस निर्माता ऋत्विक चौबे तथा बस्तर हस्तशिल्प कला में नवाचारी प्रयोग के साथ ही इसके विक्रय को बढ़ाने के लिए आधुनिक सूचना तकनीकी को शामिल करते हुए लोका बाजार शापिंग पोर्टल का संचालन करने वाले युवा आयुष श्रीवास्तव ने भेंट की। राज्यपाल द्वारा नारियल और गुड़ से बने पाचक लड्डू के स्वाद की सराहना की। उन्होंने कहा कि इन नवाचारों से विद्यार्थियों के  प्रेरित होने के साथ ही हमारा समाज भी लाभान्वित होगा।

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