समग्र समाचार सेवा
पणजी, 11 मार्च। गोवा के मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत ने कहा कि पार्टी आत्ममंथन शुरू करेगी कि वह अपने दम पर बहुमत का आंकड़ा पार करने में विफल क्यों रही, जबकि उसने चुनावों से पहले खुद को 22 प्लस का लक्ष्य रखा था। वहीं मीडिया की रिपोर्ट की मानें तो भाजपा अलाकमान एक नए चेहरे की खोज में लग गया है। जिस पर अभी सस्पेंस बरकरार है। उधर गोवा विधानसभा में तीसरे कार्यकाल के लिए पार्टी का नेतृत्व करने की ओर अग्रसर प्रमोद सावंत ने कहा कि पार्टी संसदीय बोर्ड के प्रतिनिधियों के आने का इंतजार कर रही है, जिनके शुक्रवार को आने की उम्मीद है, जबकि शपथ ग्रहण समारोह मानकर चलिए कि सोमवार 14 मार्च को हो सकता है।
नेतृत्व से संबंधित कोई निर्णय अभी तक नहीं लिया गया
वैसे पार्टी की तरफ से राज्य में नेतृत्व से संबंधित कोई निर्णय अभी तक नहीं लिया गया है, लेकिन माना जा रहा है कि प्रमोद सावंत ही पार्टी के केंद्रीय नेतृत्व की पहली पसंद हो सकते हैं। सावंत ने गुरुवार देर शाम संवाददाताओं से कहा, “मैं यह नहीं कह रहा हूं कि मैं ही नंबर (सीटें) लाया हूं। भाजपा ने ये किया है। मोदी चेहरा थे। और उनके नेतृत्व में चुनाव हुआ और हमें मौका मिला। मैं एक भाजपा का सिपाही हूं और पार्टी ने मुझे एक जनरल के रूप में लड़ाई लड़ने का मौका दिया। (नेतृत्व के बारे में) कोई चर्चा नहीं हुई है। संसदीय बोर्ड इसका फैसला करेगा।”
हमने दो निर्वाचन क्षेत्रों को करीब से खो दियाः सावंत
सावंत ने कहा, “हमने 2022 में 22 कहा था, मैं इसे लेकर चिंतित हूं (अपने दम पर बहुमत हासिल नहीं कर पाने को लेकर)। हमने दो निर्वाचन क्षेत्रों को करीब से खो दिया। मैंड्रेम और सेंट आंद्रे और सिओलिम। हम गलतियों का विश्लेषण करेंगे। हमने 2027 के चुनाव की तैयारी अभी से शुरू कर दी है। भाजपा लगातार प्रक्रिया में है। मैं 22+ के साथ खुश होता।”
मंत्रिमंडल से संबंधित कोई निर्णय अभी तक नहीं लिया गया
महाराष्ट्रवादी गोमांतक पार्टी से समर्थन के बारे में पूछे जाने पर, सावंत ने कहा कि नेतृत्व से संबंधित किसी भी मांग के बिना समर्थन का एक ‘बिना शर्त’ पत्र मिला है। सावंत ने कहा है कि उनके मंत्रिमंडल से संबंधित कोई निर्णय अभी तक नहीं लिया गया है। यह पूछे जाने पर कि क्या विपक्षी वोटों के बंटवारे से भाजपा को फायदा हुआ, सावंत ने कहा कि भाजपा के लिए ऐसा कोई फायदा नहीं है।