दिल्ली मेट्रो के कर्मचारी ने बनाया अनोखा रिकॉर्ड, गिनीज बुक में मिली जगह

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समग्र समाचार सेवा

नई दिल्ली, 19 मार्च। दिल्ली मेट्रो में काम करने वाले एक कर्मचारी ने अपना नाम गिनीज बुक में दर्ज करा लिया है। प्रफुल्ल सिंह ने सबसे कम वक्त में दिल्ली मेट्रो के सारे स्टेशन में सफर करने का रिकॉर्ड बनाया है। डीएमआरसी की तरफ से खुद ट्वीट करके भी इसकी जानकारी दी गई। यह रिकॉर्ड बनाने के लिए प्रफुल्ल ने 254 स्टेशनों का सफर तय किया। जिसमें उनको 16 घंटे 2 मिनट 17 सेकेंड लगे। बता दें कि दिल्ली मेट्रो का 254 स्टेशनों वाला यह नेटवर्क 348 किलोमीटर में फैला है।

दिल्ली मेट्रो यातायात का एक बढ़िया साधन

राजधानी दिल्ली की गर्मी, प्रदूषण और जाम से बचाने के लिए दिल्ली मेट्रो यातायात का एक बढ़िया साधन है। इसी दिल्ली मेट्रो में सफर करके इस शख्स ने वल्ड रिकार्ड  में नाम दर्ज करा लिया है। दिल्ली मेट्रो में ऐसा एक रिकॉर्ड पहले से दर्ज था। उसमें शख्स ने 16 घंटे 45 मिनट में सभी स्टेशनों में ट्रैवल किया था। प्रफुल्ल ने अब 16 घंटे 2 मिनट 17 सेकेंड में दिल्ली मेट्रो के सभी स्टेशनों पर ट्रैवल करके उस रिकॉर्ड को तोड़ दिया है।

दिल्ली मेट्रो में रेवेन्यू इंस्पेक्टर हैं प्रफुल्ल सिंह

33 साल के प्रफुल्ल सिंह दिल्ली मेट्रो में ही काम करते हैं। उन्होंने बताया कि वह दिल्ली मेट्रो में रेवेन्यू इंस्पेक्टर के पद पर काम करते हैं। मेट्रो में काम करते हुए उनको पांच साल हो चुके हैं। प्रफुल्ल ने दिल्ली से ही बीटेक (इलेक्ट्रॉनिक एंड कम्युनिकेशन इंजीनियरिंग) फिर एमबीए (फाइनेंस) की पढ़ाई की। फिर दिल्ली मेट्रो का एग्जाम पास करके यह सरकारी जॉब (रेवेन्यू इंस्पेक्टर) पाई। उनका घर राजधानी के ही रोहिणी में है।

इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में पहले से दर्ज है नाम

प्रफुल्ल ने कहा कि लंदन मेट्रो का एक फेमस चैलेंज होता है जिसे ट्यूब चेलेंज कहते हैं। गिनीज बुक  में इसका जिक्र है। उसके बारे में पढ़ते हुए ही मुझे पता चला कि दिल्ली मेट्रो में भी ऐसा रिकॉर्ड बनाया जा सकता है। प्रफुल्ल कहते हैं, ‘यह रिकॉर्ड बनाना इतना भी आसान नहीं है। 16 घंटे से ज्यादा लगातार सफर करना बड़ा कठिन होता है। इसके साथ-साथ रास्ते भर में लॉग शीट मेंटेन करना, स्टेशनों की फोटोज खींचना, विटनेस से साइन कराना सफर को और कठिन बना देता है। मेरे लिए यह थोड़ा आसान इसलिए बन गया क्योंकि मैं मेट्रो में ही काम करता हूं तो कई चीजों को बाकियों से बेहतर समझता हूं।’

स्टापवॉच से शुरू होता है सफर

प्रफुल्ल ने बताया कि सफर की शुरुआत जिस स्टेशन से होती है वहां एक विटनेस से स्टापवॉच शुरू कराई जाती है। फिर वह स्टॉपवाच लेकर दूसरा शख्स उस स्टेशन पर पहुंच जाता है जहां रिकॉर्ड की कोशिश कर रहे शख्स का सफर खत्म होना है। फिर जब शख्स वहां पहुंचेगा तो स्टॉप वॉच को बंद किया जाएगा। लेकिन सफर के दौरान लॉग शीट (किस स्टेशन पर ट्रेन कितने बजे पहुंची) मेंटन करना, स्टेशनों की फोटोज खींचना, लॉग शीट पर विटनेस (किसी सहयात्री) के साइन कराना भी होता है, जो चैलेंज को और कठिन बनाते हैं। चैलेंज की सभी शर्तें गिनीज बुक  की साइट से ही पता चलती हैं।

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