हमें हद से ज्यादा नफरत करें लोग, इसलिए कश्मीर फाइल्स की गई टैक्स फ्रीः फारुख अब्दुल्ला

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समग्र समाचार सेवा

नई दिल्ली, 21 मार्च। जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री फारुख अब्दुल्ला ने आरोप लगाया है कि सरकार फिल्म द कश्मीर फाइल्स के जरिए हमारे प्रति लोगों में नफरत भरना चाहती है। फारुख अब्दुल्ला ने कहा कि फिल्म को राज्यों में टैक्स फ्री इसलिए किया जा रहा है ताकि ज्यादा से ज्यादा लोग फिल्म देखें और हमसे नफरत करें।

सोची समझी साजिश के तहत भरी जा रही नफरत

फारुख अब्दुल्ला ने आरोप लगाया कि सरकार सोची समझी साजिश के तहत लोगों के मन में नफरत भरना चाहती है। उन्होंने आगे कहा कि ‘सरकार चाहती है कि हर पुलिसकर्मी और फौजी इस फिल्म को देखे और हमसे नफरत करे। ऐसे ही जैसे जर्मनी में हिटलर और गोब्लिंस ने मिलकर जर्मनी में किया था। 60 लाख यहूदी लोगों को इसकी कीमत चुकानी पड़ी थी। पता नहीं हम में से कितनों को भारत में रहकर इसकी कीमत चुकानी होगी।’

फिल्म द कश्मीर फाइल्स को प्रोपेगेंडा फिल्म करार दिया

फारुख अब्दुल्ला ने फिल्म द कश्मीर फाइल्स को प्रोपेगेंडा फिल्म करार देते हुए कहा कि इसमें उस त्रासदी को दिखाया है जिसने राज्य के हर नागरिक को प्रभावित किया। फिर चाहे वो हिंदू हो या मुसलमान। उन्होंने कहा कि आज भी उस घटना को याद करता हूं तो मेरा दिल खून के आंसू रोता है। बीजेपी का नाम लिए बिना उन्होंने कहा कि कुछ सरकारें उस जातिय संघार का राजनीतिक लाभ लेना चाहती हैं।

मुसलमानों और सिखों के साथ हुई हिंसा का भी सच सामने लाएं

फारुख अब्दुल्ला ने कहा कि सच को बाहर निकालने के लिए एक ऐसा कमीशन भी बनना चाहिए जो कश्मीरी पंडितों के साथ-साथ राज्य में मुसलमानों और सिखों के साथ हुई हिंसा का भी सच सामने ला सके। उन्होंने आगे कहा कि मेरे साथ हमारी पार्टी के विधायकों और कार्यकर्ताओं ने उन लोगों की लाश के टुकड़ों को पेड़ों से उतारा है। गौरतलब है कि कश्मीरी पंडितों की त्रासदी पर बनी फिल्म विवेक अग्निहोत्री की फिल्म द कश्मीर फाइल्स को देश ही नहीं दुनियाभर में काफी पॉपुलेरिटी मिल रही है। बीजेपी शासित कई राज्यों ने इसे टैक्स फ्री कर दिया है।

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