समग्र समाचार सेवा
लखनऊ, 26 मार्च। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री के रूप में शुक्रवार को शपथ लेने वाले योगी आदित्यनाथ शनिवार को कैबिनेट की बैठक कामकाज प्रारंभ कर देंगे। कैबिनेट की बैठक के बाद वह वरिष्ठ अधिकारियों के साथ आगे की कार्ययोजना पर भी चर्चा करेंगे। इसके बाद योगी आदित्यनाथ आज राजभवन में प्रोटेम स्पीकर के शपथ ग्रहण समारोह में भी शामिल होंगे।
केशव प्रसाद मौर्य तथा ब्रजेश पाठक भी पहुंचे
योगी आदित्यनाथ सरकार 2.0 की पहली कैबिनेट बैठक में भाग लेने भाजपा की सरकार में पहली बार मंत्री बने निषाद पार्टी के डा. संजय निषाद तथा सपा से भाजपा में आने वाले नितिन अग्रवाल भी हैं। इनके साथ स्वतंत्र देव सिंह, जितिन प्रसाद तथा संदीप सिंह भी हैं। कैबिनेट बैठक में शामिल होने डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य तथा ब्रजेश पाठक भी पहुंचे हैं।
कोई महत्वपूर्ण निर्णय लिया जाएगाः संदीप सिंह
सुरेश कुमार खन्ना तथा पहली बार कैबिनेट मंत्री बने राकेश सचान भी बैठक में हैं। राज्य मंत्री स्वतंत्र प्रभार संदीप सिंह ने कहा कि आज पहली कैबिनेट बैठक है और आज की इस बैठक में संभव है कि कोई महत्वपूर्ण निर्णय लिया जाएगा। इस बैठक में विभागों के वितरण को लेकर भी इस बैठक में चर्चा हो सकती है। कैबिनेट की बैठक के बाद मुख्यमंत्री के रूप में दूसरी पारी प्रारंभ करने वाले योगी आदित्यनाथ लोक भवन में प्रेस कान्फ्रेंस भी करेंगे।
दूसरे कार्यकाल की पहली कैबिनेट बैठक करेंगे योगी
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ लखनऊ के लोक भवन में अपनी सरकार के दूसरे कार्यकाल की पहली कैबिनेट बैठक करेंगे। उनके साथ इस बैठक सभी वरिष्ठ मंत्रियों के साथ शासन के आला अधिकारी भी मौजूद रहेंगे। इस बैठक में विधानसभा चुनाव के पहले प्रसारित किया गया घोषणा पत्र के मुख्य बिंदु को लागू करने को लेकर विचार विमर्श किया जाएगा। इसके बाद क्रमवार लागू करने की प्रक्रिया तय की जाएगी।
बैठक के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ राजभवन का रुख करेंगे
कैबिनेट की बैठक के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ राजभवन का रुख करेंगे। जहां पर राज्यपाल आनंदीबेन पटेल प्रोटेम स्पीकर रमापति शास्त्री को शपथ दिलाएंगी । राजभवन से आने के बाद योगी सुबह 11:30 बजे योजना भवन में मुख्य सचिव, अपर मुख्य सचिवों व अन्य वरिष्ठ अधिकारियों के संग बैठक करेंगे। वैसे शनिवार को सचिवालय में अवकाश रहता है, लेकिन सीएम योगी आदित्यनाथ बंदी के बावजूद वरिष्ठ अधिकारियों के साथ अपनी प्राथमिकताओं को लेकर चर्चा करने के साथ ही उनको प्रमुख निर्देश देंगे। वह बैठक में सचिव स्तर से ऊपर के आला अधिकारियों को संबोधित करेंगे।