आतंकवादियों ने बड़गाम में घर में घुसकर की गोलीबारी, एसपीओ बलिदान-घायल भाई ने भी दम तोड़ा

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समग्र समाचार सेवा

श्रीनगर, 27 मार्च। बड़गाम में शनिवार को आतंकियों ने एक घर में घुसकर स्पेशल पुलिस आफिसर (एसपीओ) और उसके छोटे भाई पर अंधाधुंध गोलियों की बौछार कर दी। इस हमले में एसपीओ बलिदान और उनका भाई गंभीर रूप से घायल हो गया था। रविवार सुबह उसकी भी मौत हो गई। हमले के बाद आतंकी फरार हो गए।

पुलिस ने चलाया तलाशी अभियान

पुलिस ने आतंकियों को पकड़ने के लिए छत्तबुग और उसके साथ सटे इलाकों में तलाशी अभियान चलाया जाे देर रात गए तक जारी था। हमले के लिए लश्कर-ए-तैयबा का हिट स्क्वाड कहे जाने वाले आतंकी संगठन द रजिस्टेंस फ्रंट टीआरएफ को जिम्मेदार माना जा रहा है। उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने इस आतंकी हमले की कड़े शब्दों में निंदा की है। उन्होंने बलिदानी इशफाक अहमद को श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि गंभीर रूप से घायल बलिदानी का भाई उमर जल्द स्वस्थ होकर घर लौटे, वह इसका कामना करते हैं। इस आतंकी हमले के दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।

बलिदानी एसपीओ के दो अन्य भाई भी पुलिस विभाग में ही कार्यरत

बलिदानी एसपीओ के दो अन्य भाई भी पुलिस विभाग में ही कार्यरत हैं। छत्तबुग और उसके साथ सटे इलाके में बलिदानी के परिवार को पुलिस परिवार भी कहा जाता है। हमले के समय उसके दो अन्य भाई जिनमें एक पुलिस कांस्टेबल हैं और एक एसपीओ है, घर में नहीं थे। बलिदानी के साथ आतंकियों का निशाना बना उसका छोटा भाई एक छात्र है। फिलहाल, वह अस्पताल मे जिंदगी और मौत के बीच जूझ रहा है।

गुलाम अहमद मीर के घर के बाहर अचानक आतंकी प्रकट हुए

बड़गाम से मिली जानकारी के अनुसार, छत्तबुग में शनिवार रात करीब पौने आठ बजे के करीब गुलाम अहमद मीर के घर के बाहर अचानक आतंकी प्रकट हुए। आतंकियों ने उसके घर का दरवाजा खटखटाया और भीतर दाखिल हो गए। आतंकियों ने कथित तौर पर पूरे परिवार को एक जगह जमा होने के लिए कहा। गुलाम अहमद तीन बेटे पुलिस में ही कार्यरत हैं जबकि सबसे छोटा बेटा छात्र है। उस समय घर में गुलाम अहमद के दो बेटे पुलिस एसपीओ इश्फाक अहमद और उमर जान ही घर में थे। उसके अन्य दो पुलिसकर्मी पुत्र घर पर नहीं थे।

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